एनएसडीएल ने विदेशी निवेशकों के लिए एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया
भारत के पूंजी बाजार में विदेशी निवेश को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉज़िटरी लिमिटेड (NSDL) ने एक नया एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह प्रणाली विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) और विदेशी वेंचर कैपिटल निवेशकों (FVCI) दोनों के पंजीकरण और अनुपालन प्रक्रियाओं को एक ही मंच पर समेकित करती है। इस कदम का उद्देश्य भारत में निवेश को और अधिक सहज बनाना तथा “Ease of Doing Business” को बढ़ावा देना है।
निवेशक पंजीकरण प्रक्रिया में सुगमता
7 नवंबर 2025 को लॉन्च किए गए इस एकीकृत पोर्टल ने पुराने एफपीआई और एफवीसीआई पंजीकरण पोर्टलों को एकीकृत कर दिया है। इससे निवेशकों को अब अलग-अलग लॉगिन या मैनुअल प्रक्रियाओं की आवश्यकता नहीं होगी। इस नए इंटरफ़ेस के माध्यम से विदेशी निवेशक भारत के पूंजी बाजार में एक ही प्लेटफॉर्म से सभी आवश्यक दस्तावेज़ और अनुमतियाँ पूरी कर सकते हैं।इस प्रणाली का शुभारंभ मुंबई में आयोजित एनएसडीएल के नौवें डिज़ाइनेटेड डिपॉज़िटरी पार्टिसिपेंट्स (DDP) सम्मेलन में सेबी की कार्यकारी निदेशक डॉ. रुचि चोजर ने किया। इस अवसर पर एनएसडीएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ विजय चंदोक सहित सेबी और एनएसडीएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वचालन और एकीकृत तकनीकी सुविधाएँ
इस डिजिटल प्लेटफॉर्म में आवेदन प्रक्रिया के सभी प्रमुख चरण पैन अनुरोध से लेकर नियामक प्रस्तुतियाँ एक ही प्रणाली में एकीकृत किए गए हैं।प्रोटियन और API Setu के साथ API एकीकरण के माध्यम से अब पैन (PAN) प्रसंस्करण स्वचालित रूप से होता है, जिससे पहले कई दिनों तक लगने वाली प्रक्रिया अब केवल एक या दो दिनों में पूरी हो जाती है।साथ ही, पोर्टल में एप्लिकेशन ट्रैकिंग, गाइडेड वर्कफ़्लो और ऑडिट ट्रेल जैसी सुविधाएँ जोड़ी गई हैं, जो पूरी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाती हैं।
तकनीकी ढांचा और दक्षता
यह नई प्रणाली Angular, .NET Core, और SQL Server तकनीकों पर आधारित है, जिससे यूज़र इंटरफ़ेस तेज़ और विश्वसनीय बना है। इसकी लोडिंग स्पीड मात्र 3 से 5 सेकंड है। प्लेटफॉर्म कई अनुपालन और निगरानी प्रणालियों को एकजुट करता है, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय इक्विटी, बॉन्ड और वेंचर कैपिटल फंड में निवेश करना और अधिक आसान हो गया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एनएसडीएल की स्थापना वर्ष 1996 में भारत की पहली डिमेट सिक्योरिटीज़ डिपॉज़िटरी के रूप में की गई थी।
- यह नया प्लेटफॉर्म Foreign Portfolio Investors (FPI) और Foreign Venture Capital Investors (FVCI) दोनों के लिए एकीकृत सेवा प्रदान करता है।
- API Setu और Protean के एकीकरण से पैन प्रसंस्करण समय 1–2 दिन तक घट गया है।
- यह प्लेटफॉर्म एनएसडीएल के 9वें DDP सम्मेलन, मुंबई (2025) में लॉन्च किया गया।
निवेश अवसंरचना को मिली नई मजबूती
एनएसडीएल का यह डिजिटल परिवर्तन भारत को एक निवेशक-अनुकूल बाजार केंद्र के रूप में सशक्त बनाता है। यह पहल सेबी के उन सतत प्रयासों का हिस्सा है, जिनका उद्देश्य पूंजी बाजार की अवसंरचना का आधुनिकीकरण, नियामकीय जटिलताओं को कम करना और विदेशी पूंजी प्रवाह को सहज बनाना है।