आपदा राहत में भारत की नई पहल: मालदीव को उपहार में मिले BHISHM क्यूब्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को दो अत्याधुनिक BHISHM क्यूब्स भेंट कर भारत की ‘स्वास्थ्य कूटनीति’ का एक सशक्त उदाहरण प्रस्तुत किया। यह पहल भारत की ‘आरोग्य मैत्री मिशन’ के अंतर्गत की गई है, जिसका उद्देश्य आपदा प्रभावित और विकासशील देशों को त्वरित स्वास्थ्य सहायता प्रदान करना है।

BHISHM क्यूब क्या है?

BHISHM का पूर्ण रूप है: Bharat Health Initiative for Sahyog, Hita & Maitri। यह एक अत्याधुनिक, पोर्टेबल मेडिकल यूनिट है, जिसे आपातकालीन स्थितियों में त्वरित तैनाती के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • इसमें जरूरी दवाएं, ट्रॉमा केयर सामग्री, सर्जिकल उपकरण, और AI आधारित कोऑर्डिनेशन सिस्टम शामिल हैं।
  • एक BHISHM क्यूब लगभग 200 आपातकालीन मामलों को संभाल सकता है, जिनमें ट्रॉमा, जलन, हड्डी टूटना और बेसिक सर्जरी शामिल हैं।
  • इसका सेटअप समय केवल 12 मिनट है, जो “गोल्डन आवर” में इलाज शुरू करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • एक BHISHM क्यूब में कुल 72 पोर्टेबल यूनिट्स होते हैं।
  • 36 मिनी क्यूब्स मिलकर एक ‘मदर क्यूब’ बनाते हैं, और दो मदर क्यूब्स मिलकर एक पूरा BHISHM क्यूब बनता है।
  • इसमें RFID तकनीक के माध्यम से इन्वेंटरी प्रबंधन और 180 भाषाओं में डिजिटल सपोर्ट की सुविधा उपलब्ध है।
  • इसे हैंड-कैरी, साइकिल, ड्रोन या हेलीकॉप्टर से कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
  • यह क्यूब स्वयं ऊर्जा और ऑक्सीजन उत्पन्न कर सकता है जो सीमित समय तक चिकित्सा संचालन के लिए पर्याप्त होता है।

मालदीव में BHISHM क्यूब्स का महत्व

मालदीव 1192 प्रवाल द्वीपों में बसा एक द्वीपीय राष्ट्र है, जहां द्वीपों के बीच कोई भूमि संपर्क नहीं है। ऐसे में आपदा या स्वास्थ्य संकट के समय चिकित्सा सुविधा पहुँचाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

  • इन BHISHM क्यूब्स की मदद से मालदीव के दूर-दराज़ के द्वीपों तक भी त्वरित और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाई जा सकेंगी।
  • यह पहल भारत की पड़ोसी देशों के साथ स्वास्थ्य सहयोग को मजबूत करने की नीति को भी दर्शाती है।

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