अफगानिस्तान पर G-7 की बैठक करेंगे अमेरिका और ब्रिटेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अफगानिस्तान पर एक वर्चुअल G7 बैठक आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
मुख्य बिंदु
- दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम के संबंध में फोन पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
- दोनों ने अपने नागरिकों और अफगान नागरिकों को निकालने के लिए काबुल में एक साथ काम कर रहे अपने सैन्य और नागरिक कर्मियों की बहादुरी और व्यावसायिकता की सराहना की।
- उन्होंने अफगानिस्तान नीति पर सहयोगियों और लोकतांत्रिक भागीदारों के बीच निरंतर घनिष्ठ समन्वय की आवश्यकता के साथ-साथ वैश्विक समुदाय शरणार्थियों और कमजोर अफगानों को मानवीय सहायता प्रदान करने के तरीकों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
G7
यह एक अंतर-सरकारी राजनीतिक मंच है जिसमें फ्रांस, कनाडा, इटली, जर्मनी, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं। G7 के सदस्य दुनिया भर में सबसे उन्नत अर्थव्यवस्थाएं हैं। G7 ग्रुपिंग की शुरुआत 1973 में वित्त मंत्रियों की एक तदर्थ बैठक से हुई थी।
ब्रिटेन-अमेरिका संबंध (UK-US Relations)
ब्रिटेन और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध दो शुरुआती युद्धों और विश्व बाजारों के लिए प्रतिस्पर्धा के बीच विकसित हुए हैं। दोनों देश 1940 से घनिष्ठ सैन्य सहयोगी रहे हैं। वे साझा इतिहास, आम भाषा, धर्म, कानूनी व्यवस्था इत्यादि से निकटता से जुड़े हुए हैं।