चीन ने लॉन्च किया विश्व का पहला गैर-बाइनरी AI चिप: तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम

चीन ने विश्व स्तर पर एक अनोखी पहल करते हुए गैर-बाइनरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप का बड़े पैमाने पर उपयोग शुरू कर दिया है। यह तकनीकी क्रांति प्रोफेसर ली होंगगे की टीम द्वारा बीहांग विश्वविद्यालय, बीजिंग में विकसित की गई है और इसका आधार एक नया कम्प्यूटिंग तरीका है जिसे हाइब्रिड स्टोकास्टिक नंबर (HSN) कम्प्यूटिंग कहा जाता है। इस चिप का लक्ष्य न केवल अमेरिका के तकनीकी प्रतिबंधों से बचना है, बल्कि कंप्यूटिंग की वर्तमान सीमाओं को भी तोड़ना है।
किस समस्या का समाधान कर रहा है यह हाइब्रिड चिप?
परंपरागत बाइनरी चिप्स दो प्रमुख सीमाओं से जूझ रहे हैं:
- पावर वॉल: बाइनरी लॉजिक अत्यधिक ऊर्जा खपत करता है, जिससे स्केलेबिलिटी में बाधा आती है।
- आर्किटेक्चर वॉल: गैर-सिलिकॉन चिप्स मौजूदा CMOS इंफ्रास्ट्रक्चर से अच्छी तरह एकीकृत नहीं हो पाते।
ली की टीम का हाइब्रिड कम्प्यूटिंग मॉडल इन दोनों समस्याओं से उबरने का मार्ग प्रस्तुत करता है।
हाइब्रिड स्टोकास्टिक कम्प्यूटिंग कैसे काम करता है?
यह चिप तीन तकनीकों को एकीकृत करती है:
- बाइनरी नंबर: सटीक लेकिन ऊर्जा-गहन
- स्टोकास्टिक नंबर: ऊर्जा-कुशल लेकिन धीमे
- हाइब्रिड फॉर्म: कम ऊर्जा में अधिक विश्वसनीयता
इस सम्मिलन के कारण यह चिप उच्च कंप्यूटिंग रिलीएबिलिटी, ऊर्जा दक्षता और शोर प्रतिरोधी प्रदर्शन प्रदान करती है।
यह तकनीक कहाँ-कहाँ उपयोग हो रही है?
- टच डिस्प्ले सिस्टम्स: कमजोर सिग्नलों को पकड़ने और शोर हटाने में सक्षम
- मेडिकल और इंडस्ट्रियल डिस्प्ले: कम ऊर्जा में तेज और सटीक डेटा प्रोसेसिंग
- फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम्स: स्थिर नेविगेशन और उच्च फॉल्ट टॉलरेंस
इन उपयोगों में एक बड़ी भूमिका इन-मेमोरी कंप्यूटिंग की है, जो पारंपरिक मेमोरी और प्रोसेसर के बीच भारी डेटा ट्रांसफर की आवश्यकता को समाप्त करता है।
अमेरिकी तकनीकी प्रतिबंधों के बीच यह चिप कैसे बनी?
ली की टीम ने 110nm और 28nm प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया, जो चीन की SMIC कंपनी द्वारा प्रदान की गई। इससे वे अमेरिकी 5nm/3nm जैसी एडवांस्ड तकनीकों पर निर्भर हुए बिना, आर्किटेक्चरल इनोवेशन के माध्यम से प्रदर्शन को बढ़ा सके।
भविष्य में इस तकनीक की दिशा
यह टीम अब एक कस्टम इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर (ISA) और माइक्रोआर्किटेक्चर विकसित कर रही है, जो AI मॉडल, स्पीच और इमेज रिकग्निशन, और न्यूरल नेटवर्क्स जैसे क्षेत्रों के लिए चिप को तैयार करेगी। इसका उद्देश्य है एक ऐसा घरेलू आधार तैयार करना जो विदेशी तकनीकों से स्वतंत्र होकर AI और मशीन लर्निंग को आगे बढ़ा सके।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- हाइब्रिड स्टोकास्टिक नंबर सिस्टम बाइनरी और स्टोकास्टिक लॉजिक का संयोजन है।
- चिप को 28nm और 110nm तकनीकों पर SMIC द्वारा निर्मित किया गया है।
- इन-मेमोरी कम्प्यूटिंग तकनीक से डेटा ट्रांसफर में ऊर्जा की बचत होती है।
- यह तकनीक एविएशन, इंडस्ट्रियल और मेडिकल सिस्टम्स में उपयोग हो रही है।
यह चिप केवल चीन की तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह दुनिया को यह दिखाने का प्रयास है कि नई गणना पद्धतियों के माध्यम से भी कंप्यूटिंग की सीमाएं तोड़ी जा सकती हैं। यदि यह मॉडल सफल होता है, तो यह वैश्विक चिप निर्माण सोच को एक नई दिशा दे सकता है।