YouTube प्रमुख नील मोहन को TIME मैगज़ीन ‘CEO ऑफ द ईयर 2025’ सम्मान
भारतीय मूल के नील मोहन को TIME मैगज़ीन ने 2025 के लिए ‘CEO ऑफ द ईयर’ के सम्मान से नवाजा है। YouTube के सीईओ के रूप में उन्होंने वैश्विक डिजिटल संस्कृति और तकनीकी नवाचार के दौर में मंच का सफल नेतृत्व किया है। उनके फैसलों ने यह तय किया कि आज अरबों लोग क्या देख रहे हैं और किस प्रकार से डिजिटल माध्यमों से जुड़ रहे हैं।
वैश्विक डिजिटल संस्कृति के निर्माता
TIME मैगज़ीन ने मोहन को “डिजिटल डाइट” को आकार देने वाला एक सांस्कृतिक वास्तुकार बताया है। 2023 में YouTube के सीईओ बनने के बाद से उन्होंने कंटेंट मॉडरेशन, प्लेटफॉर्म गवर्नेंस और क्रिएटर एंगेजमेंट जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण रणनीतिक बदलाव किए हैं। इन प्रयासों ने YouTube को वैश्विक ऑनलाइन मीडिया का एक अभिन्न स्तंभ बना दिया है।
व्यक्तिगत जीवन और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
नील मोहन का जन्म 1973 में मिशिगन के अन्न आर्बर शहर में हुआ था। अपने बचपन का एक हिस्सा उन्होंने भारत के लखनऊ में बिताया, जहां उन्होंने हिंदी और संस्कृत का अध्ययन किया। उन्होंने संस्कृत की तार्किक संरचना को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग से जोड़ते हुए तकनीकी सोच को गहराई से समझा।
बाद में उन्होंने अमेरिका लौटकर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक और MBA की डिग्री प्राप्त की। उनका करियर कंसल्टिंग से शुरू हुआ और फिर NetGravity कंपनी में कार्य किया, जिसे बाद में DoubleClick ने अधिग्रहित किया।
तकनीकी क्षेत्र में नेतृत्व की यात्रा
DoubleClick के $3.1 बिलियन में Google को अधिग्रहण के दौरान मोहन की भूमिका निर्णायक रही। इसके बाद उन्होंने Google में Susan Wojcicki के साथ कार्य किया, जिन्होंने बाद में उन्हें YouTube में शामिल किया। YouTube में वर्षों तक कार्य करने के बाद उन्होंने 2023 में Susan के उत्तराधिकारी के रूप में कंपनी की कमान संभाली। 2024 में उनकी बीमारी के दौरान भी उन्होंने अतिरिक्त ज़िम्मेदारियां संभालीं और सफलतापूर्वक संगठन का नेतृत्व किया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- नील मोहन 2023 में YouTube के CEO बने।
- TIME मैगज़ीन ने उन्हें 2025 का CEO ऑफ द ईयर घोषित किया।
- उन्होंने DoubleClick को $3.1 बिलियन में Google को बेचने में प्रमुख भूमिका निभाई।
- उनके कार्यकाल में YouTube ने 2025 में $24.5 मिलियन में एक कानूनी विवाद सुलझाया।
YouTube में उनके नेतृत्व में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले
नील मोहन के नेतृत्व में YouTube ने 2025 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चैनल सस्पेंशन से जुड़े एक लंबे कानूनी विवाद का $24.5 मिलियन में निपटारा किया। इस समाधान में किसी प्रकार की गलत कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया गया, लेकिन यह फैसला मंच की कानूनी साख और पारदर्शिता को मजबूत करता है।
मोहन लगातार YouTube को एक सुरक्षित, विविधतापूर्ण और नवाचारी मंच बनाने पर ध्यान दे रहे हैं। उनकी दृष्टि ने यह सुनिश्चित किया है कि YouTube न केवल एक मनोरंजन मंच रहे, बल्कि वैश्विक डिजिटल बातचीत का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी बने।