WTO रिपोर्ट 2025: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से 2040 तक वैश्विक व्यापार में 40% की बढ़ोतरी संभव

विश्व व्यापार संगठन (WTO) की वर्ल्ड ट्रेड रिपोर्ट 2025 में एक महत्वपूर्ण पूर्वानुमान प्रस्तुत किया गया है: यदि सही नीतिगत ढांचा अपनाया जाए, तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वर्ष 2040 तक वैश्विक वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को लगभग 40% तक बढ़ा सकता है। यह वृद्धि मुख्य रूप से उत्पादकता में सुधार और व्यापार लागत में कमी के कारण होगी। रिपोर्ट में इस तकनीकी प्रगति को समावेशी और सतत विकास के लिए एक बड़ा अवसर बताया गया है — बशर्ते कि वैश्विक स्तर पर डिजिटल असमानता को कम करने, कार्यबल कौशल विकास और खुले व्यापार परिवेश को सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएँ।

AI और व्यापार के संभावित प्रभाव

WTO सचिवालय की इस प्रमुख रिपोर्ट के अनुसार:

  • वैश्विक व्यापार में 2040 तक 34-37% तक की वृद्धि संभव है, जो विभिन्न नीतिगत और तकनीकी परिदृश्यों पर आधारित है।
  • वैश्विक GDP में भी 12-13% तक की वृद्धि का अनुमान है।
  • AI व्यापार को समावेशी और टिकाऊ बना सकता है, खासकर जब इससे जुड़ी वस्तुओं तक सभी देशों की पहुँच समान रूप से सुनिश्चित हो।

AI से संबंधित उत्पादों — जैसे कच्चे माल, सेमीकंडक्टर्स और इंटरमीडिएट घटकों — का वैश्विक व्यापार 2023 में $2.3 ट्रिलियन तक पहुँच चुका है। AI को अपनाने के लिए इन वस्तुओं की पहुँच अत्यंत आवश्यक है।

निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए अवसर

रिपोर्ट में बताया गया है कि यदि निम्न और मध्यम आय वाले देश अपनी डिजिटल अवसंरचना में 50% सुधार करते हैं और AI को बड़े पैमाने पर अपनाते हैं, तो:

  • निम्न आय वाले देशों की आय में 15% तक की वृद्धि हो सकती है।
  • मध्यम आय वाले देशों में 14% तक की आय वृद्धि संभव है।

यह परिदृश्य दर्शाता है कि AI तकनीक केवल विकसित देशों तक सीमित न रहकर विकासशील देशों के लिए भी आर्थिक प्रगति का एक नया रास्ता खोल सकती है।

नीति संबंधी चुनौतियाँ और समाधान

हालाँकि, WTO रिपोर्ट यह भी दर्शाती है कि नीति स्तर पर कई चुनौतियाँ हैं:

  • AI से जुड़ी वस्तुओं पर मात्रात्मक प्रतिबंधों की संख्या 2012 में 130 से बढ़कर 2024 में लगभग 500 तक पहुँच गई है। यह प्रवृत्ति अधिकतर उच्च और उच्च-मध्यम आय वाले देशों से प्रेरित है।
  • कई निम्न आय वाले देशों में टैरिफ की अधिकतम दरें 45% तक पहुँचती हैं, जिससे इन देशों के लिए AI-सक्षम वस्तुओं तक पहुँच सीमित हो जाती है।

इस असमानता को कम करने के लिए WTO ने खुले, पूर्वानुमेय और सहयोगात्मक व्यापार नीतियों को अपनाने की सिफारिश की है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • WTO (विश्व व्यापार संगठन) की स्थापना 1995 में हुई थी और इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
  • WTO की वर्ल्ड ट्रेड रिपोर्ट हर वर्ष प्रकाशित होती है और वैश्विक व्यापार रुझानों पर आधारित प्रमुख अध्ययन होती है।
  • Mission LiFE, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI), और AI नीति जैसे अभियान भारत जैसे विकासशील देशों को इस बदलाव में नेतृत्व देने का अवसर प्रदान करते हैं।
  • AI-सक्षम व्यापार वस्तुओं में सेमीकंडक्टर्स, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर हार्डवेयर, और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग उपकरण प्रमुख हैं।

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