UPI लेनदेन दिसंबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

UPI लेनदेन दिसंबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने दिसंबर में कुल 12.82 ट्रिलियन ($174.6 बिलियन) मूल्य के रिकॉर्ड 7.82 बिलियन लेनदेन प्रोसेस किये। यह नवंबर की तुलना में मात्रा में 7.12% और मूल्य में 7.73% की वृद्धि दर्शाता है। साल-दर-साल आधार पर वॉल्यूम और वैल्यू में क्रमश: 71% और 55% की बढ़ोतरी हुई।

पिछले दो वर्षों में UPI के लिए तीव्र वृद्धि

  • 2022 में, UPI ने 125.94 ट्रिलियन रुपये के 74 बिलियन से अधिक लेनदेन को संसाधित किया। 2021 में, इसने 71.54 ट्रिलियन रुपये  के 38 बिलियन लेनदेन को संसाधित किया।
  • यह मात्रा में 90% और मूल्य में 76% की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
  • UPI अक्टूबर 2019 में 1 बिलियन, अक्टूबर 2020 में 2 बिलियन और जनवरी 2021 में 3 बिलियन तक पहुंच गया था।

NPCI का लक्ष्य 

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI), जो UPI का प्रबंधन और संचालन करता है, ने प्रति दिन एक बिलियन लेनदेन का लक्ष्य है। NPCI को उम्मीद है कि अगले तीन से पांच साल में इसे हासिल कर लिया जाएगा।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)

यह एक छत्र गैर-लाभकारी संगठन है जो पूरे भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली संचालित करता है। इसकी स्थापना दिसंबर 2008 में हुई थी। इसे कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत पंजीकृत किया गया है। इस संगठन की स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय बैंक संघ द्वारा की गई थी। यह प्रमुख बैंकों के एक संघ के स्वामित्व में है।

Unified Payments Interface (UPI)

यह एक त्वरित रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली है जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा विकसित किया गया है। यह इंटरफ़ेस अंतर-बैंक लेनदेन के लिए प्रदान करता है। यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित है। दिसंबर 2020 तक लगभग 207 बैंक UPI पर उपलब्ध हैं, जो मासिक रूप से 2334.16 मिलियन के लेन-देन के लिए जिम्मेदार हैं।

Originally written on January 3, 2023 and last modified on January 3, 2023.

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