UNEP ने घोषित किए 2025 के “Young Champions of the Earth”, भारत की जिनाली मोदी भी सम्मानित

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने गुरुवार को 2025 के “Young Champions of the Earth” पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की। इस प्रतिष्ठित पर्यावरणीय सम्मान के लिए इस बार भारत, केन्या और अमेरिका के तीन युवा नवोन्मेषकों को चुना गया है, जिन्होंने पर्यावरणीय सुधार, स्वच्छ जल की उपलब्धता, प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम और टिकाऊ विकल्पों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

जिनाली मोदी: भारत की नई पर्यावरण योद्धा

भारत की जिनाली मोदी (उम्र 28) ने इस वर्ष के विजेताओं में अपनी विशेष पहचान बनाई है। मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज और येल स्कूल ऑफ एनवायरनमेंट से पढ़ाई पूरी करने वाली जिनाली ने Banofi Leather नामक एक महिला-नेतृत्व वाली कंपनी की स्थापना की है। यह कंपनी केले की फसल के अपशिष्ट से कृत्रिम चमड़ा बनाती है, जो पारंपरिक चमड़े की तुलना में जल, रसायनों और कार्बन उत्सर्जन के स्तर को अत्यधिक कम करता है।

अन्य विजेताओं की प्रेरणादायक पहलें

जोसेफ न्गुथिरु (27, केन्या) ने जलाशयों में पाए जाने वाले जलकुंभी जैसे आक्रामक पौधों का उपयोग करके जैविक पैकेजिंग और बीज रोपण कवर बनाने वाली कंपनी HyaPak की शुरुआत की। यह नवाचार प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और कृषि भूमि को अधिक उपजाऊ बनाने में मदद करता है।
नोएमी फ्लोरिया (24, अमेरिका) ने Cycleau नामक एक कॉम्पैक्ट जल पुनर्चक्रण प्रणाली विकसित की है, जो ग्रे वाटर को पीने योग्य जल में परिवर्तित करती है। यह प्रणाली कम ऊर्जा में कार्य करती है और खासकर हाशिए के समुदायों के लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है।

पुरस्कार, मंच और प्रतिस्पर्धा

तीनों विजेताओं को 20,000 अमेरिकी डॉलर की प्रारंभिक फंडिंग, मेंटरशिप, और एक वैश्विक मंच प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त, वे Planet A नामक यूट्यूब चैनल द्वारा आयोजित पहले पिच प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे, जहां विजेता को $100,000 का ग्रोथ ग्रांट और संभावित रूप से $1 मिलियन का बीज निवेश मिल सकता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • “Young Champions of the Earth” पुरस्कार की शुरुआत UNEP ने वर्ष 2017 में की थी।
  • इस कार्यक्रम के तहत अब तक 30 से अधिक युवाओं को सम्मानित किया जा चुका है।
  • Planet A एक नया यूट्यूब चैनल है जो पर्यावरणीय जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।
  • इस वर्ष पुरस्कारों का चयन 5,000 से अधिक वैश्विक आवेदनों में से किया गया।

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