QUAD देश पूरे एशिया में 1 बिलियन वैक्सीन भेजेंगे

भारत के विदेश सचिव ने 12 मार्च, 2020 को कहा कि अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेताओं ने पूरे एशिया और हिन्द-प्रशांत में 1 बिलियन कोरोनावायरस टीके भेजने के लिए वित्त, निर्माण और वितरण की सहमति दी है।

मुख्य बिंदु

“क्वाड” समूह का उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया और दुनिया भर में चीन की बढ़ती टीकाकरण कूटनीति का मुकाबला करने के लिए वैश्विक टीकाकरण का विस्तार करना है। क्वाड समूह के चार देशों में से भारत दुनिया भर में सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है। समूह के बीच यह सहयोग भारत के 1.4 बिलियन लोगों के लिए टीकों के उत्पादन को प्रभावित नहीं करेगा। इस प्रकार, भारत की विशाल वैक्सीन उत्पादन क्षमता का विस्तार अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की मदद से किया जाएगा।

यह समूह कैसे सहयोग करेगा?

इस समझौते के तहत, भारत अपनी विनिर्माण क्षमता का उपयोग अमेरिका के टीके बनाने के लिए करेगा। इसके लिए वित्तपोषण U.S. International Development Finance Corporation और जापान बैंक से आएगा। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया प्रशिक्षण का वित्तपोषण करेगा।

चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (Quadrilateral Security Dialogue-QUAD)

इसे एशियाई नाटो के रूप में देखा जाता है। यह जापान, अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है। यह अर्ध-नियमित शिखर सम्मेलन आयोजित करता है। यह 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा शुरू किया गया था। यह संयुक्त सैन्य अभ्यास द्वारा समरूप था।

महत्व

इस समूह के सभी चार सदस्य देश इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को मुक्त और समावेशी बनाने का लक्ष्य रखते हैं। यह समूह प्रसार और आतंकवाद जैसी आम चुनौतियों से निपटता है। इसके सदस्य उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों पर लगाम लगाने में सहयोग करते हैं।

क्वाड की आवश्यकता

भारत और भूटान जैसे अपने पड़ोसियों की सीमाओं के साथ चीन के आक्रामक कदमों ने क्वाड को चीनी चालों का मुकाबला करने के लिए मजबूर किया है। पूर्वी सागर और दक्षिण चीन सागर के क्षेत्र में व्यापार और नेविगेशन को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं।

 

Originally written on March 15, 2021 and last modified on March 15, 2021.

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