‘One Nation-One Grid-One Frequency’ क्या है?

पावरग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में “वन नेशन वन ग्रिड” की उपलब्धि की वर्षगांठ मनाई।
मुख्य बिंदु
इस अवसर पर 70 स्थानों पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
भारत में राष्ट्रीय ग्रिड का इतिहास
- भारत में, क्षेत्रीय आधार पर ग्रिड प्रबंधन 60 के दशक में शुरू हुआ। प्रारंभ में, क्षेत्रीय ग्रिड बनाने के लिए ग्रिड को आपस में जोड़ा गया था। इसके बाद, भारत को ग्रिड के आधार पर 5 क्षेत्रों में विभाजित किया गया था :
- उत्तरी ग्रिड
- पूर्वी ग्रिड
- पश्चिमी ग्रिड
- उत्तर पूर्वी ग्रिड
- दक्षिणी क्षेत्र
- उत्तर पूर्वी और पूर्वी ग्रिड को अक्टूबर 1991 में जोड़ा गया था।
- मार्च 2003 में पश्चिमी और उत्तर पूर्वी ग्रिड को आपस में जोड़ा गया।
- 2006 में, उत्तर और पूर्व ग्रिड आपस में जुड़े हुए थे।
- इस प्रकार, 4 क्षेत्रीय ग्रिड उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी और उत्तर पूर्वी ग्रिड एक आवृत्ति पर संचालित एक केंद्रीय ग्रिड बनाने के लिए आपस में जुड़े हुए थे।
- 2013 में 765kV रायचूर-सोलापुर ट्रांसमिशन लाइन के चालू होने के साथ दक्षिणी क्षेत्र को मध्य ग्रिड से जोड़ा गया था।
- इससे ‘वन नेशन’-‘वन ग्रिड’-‘वन फ्रीक्वेंसी’ का उद्देश्य हासिल किया गया।
कुल संचरण क्षमता (Total Transmission Capacity)
वर्तमान में, भारत की कुल अंतर-क्षेत्रीय पारेषण क्षमता (inter-regional transmission capacity) लगभग 1,12,250 मेगावाट है। इसके 2022 तक बढ़कर लगभग 1,18,740 मेगावाट होने की संभावना है।
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
पावर ग्रिड एक भारतीय वैधानिक निगम है, जो बिजली मंत्रालय के अधीन काम करता है। इसका मुख्यालय गुरुग्राम में है। यह संगठन मुख्य रूप से भारत में थोक बिजली के संचरण में संलग्न है। पावर ग्रिड भारत में उत्पादित कुल बिजली का लगभग 50% संचारित करता है।
Originally written on
January 3, 2022
and last modified on
January 3, 2022.