NCERT का 65वां स्थापना दिवस: डिजिटल और समावेशी शिक्षा की दिशा में नए कदम

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने अपने 65वें स्थापना दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचारों की शुरुआत की, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की दृष्टि के अनुरूप हैं। इन पहलों का उद्देश्य प्रारंभिक शिक्षा से लेकर समावेशी और डिजिटल शिक्षा को सशक्त बनाना है।
बाल वाटिका – पीएम ई-विद्या DTH चैनल नंबर 35
3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए एक समर्पित टेलीविजन चैनल ‘बाल वाटिका’ की शुरुआत की गई, जो बच्चों में मौलिक साक्षरता और संख्यात्मकता (Foundational Literacy and Numeracy) को बढ़ावा देने के लिए ऑडियो-विज़ुअल सामग्री प्रदान करेगा। यह चैनल विशेष रूप से शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अभिभावकों के लिए उपयोगी होगा और प्रारंभिक बाल देखभाल और शिक्षा के लक्ष्यों को साकार करेगा।
DIKSHA 2.0: उन्नत डिजिटल शिक्षण मंच
DIKSHA का नया संस्करण DIKSHA 2.0 अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित सुविधाओं से लैस है। इसमें शामिल हैं:
- संरचित पाठ योजनाएं और अनुकूली मूल्यांकन
- “Read Aloud”, क्लोज्ड कैप्शनिंग और 12 भाषाओं में पाठ अनुवाद
- प्रदर्शन फीडबैक और वैयक्तिक शिक्षण सहायता
यह मंच डिजिटल शिक्षा को सुलभ और प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
समावेशी शिक्षा के लिए नवाचार
PRASHAST 2.0: यह उन्नत स्क्रीनिंग टूल दिव्यांग बच्चों की प्रारंभिक पहचान के लिए विकसित किया गया है। इसे UDISE+, APAAR ID और स्वावलंबन कार्ड से जोड़ा गया है, ताकि सेवाओं तक समुचित पहुँच सुनिश्चित की जा सके।
किताब एक पढ़े अनेक: यूनिवर्सल डिज़ाइन ऑफ लर्निंग (UDL) पर आधारित यह पहल कक्षा 1 और 2 के लिए समावेशी पाठ्यपुस्तकों के निर्माण की दिशा में कार्य कर रही है, जिससे सभी प्रकार के विद्यार्थियों, विशेषकर दिव्यांग छात्रों के लिए सामग्री सुलभ हो सके।
अन्य प्रमुख घोषणाएँ
- वर्चुअल रियलिटी (VR) प्रयोगशालाएं: NCERT के डेमो स्कूलों में immersive learning के लिए VR लैब्स की स्थापना।
- PM eVidya मोबाइल ऐप: सभी डिजिटल शिक्षण संसाधनों के लिए एक केंद्रीकृत मंच।
- प्राइमर का विमोचन: हिंदी, संस्कृत, हो-हिंदी और कोया भाषाओं में, भाषाई विविधता को सम्मान देने के लिए।
- ओडिशा विरासत पुस्तक: ‘उत्कल जननींकार योग्य संतान’ नामक पुस्तक में ओडिशा के 100 महान व्यक्तित्वों का सम्मान।
- व्यावसायिक शिक्षा पुस्तिका: NEP 2020 के अंतर्गत व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु मार्गदर्शिका।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- NCERT की स्थापना: 1 सितंबर 1961 को हुई थी।
- NEP 2020: भारत की नवीनतम शिक्षा नीति, जो शिक्षा को अधिक समावेशी, तकनीक-आधारित और मातृभाषा पर केंद्रित बनाती है।
- APAAR ID: प्रत्येक छात्र के लिए एक स्थायी अकादमिक पहचान प्रणाली।
- UDISE+: देश के स्कूलों की सूचनाओं का एकीकृत डेटाबेस।
- PM eVidya: डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार की एक प्रमुख पहल।
NCERT के इन नवीन प्रयासों से यह स्पष्ट है कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन और समावेशी विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये पहल न केवल छात्रों को सशक्त बनाएंगी, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी नई संभावनाओं के द्वार खोलेंगी।