NASA के PUNCH मिशन से ‘सौर वायु’ को देखना अब संभव
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA द्वारा इस वर्ष प्रारंभ किया गया PUNCH (Polarimeter to Unify the Corona and Heliosphere) मिशन सौर वायु (solar wind) और सूर्य की बाहरी परत यानी कोरोना को एकीकृत प्रणाली के रूप में समझने के प्रयास में जुटा है। इस मिशन के प्रधान अन्वेषक क्रेग एडवर्ड डिफॉरेस्ट ने कहा है, “हम अदृश्य को दृश्य बना रहे हैं,” यानी अब सौर वायु को प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है।
PUNCH मिशन का उद्देश्य और महत्व
PUNCH मिशन का मुख्य उद्देश्य सूर्य की कोरोना और हेलियोस्फीयर (सूर्य से बाहर बहने वाली प्लाज्मा की धारा) को एकीकृत दृष्टिकोण से अध्ययन करना है। डॉ. डिफॉरेस्ट, जो दक्षिण पश्चिम अनुसंधान संस्थान, कोलोराडो में सौर और हेलियोस्फेरिक भौतिकी विभाग के निदेशक भी हैं, ने कहा कि यह मिशन हमें अंतरिक्ष मौसम (space weather) की भविष्यवाणी और समझ प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि सौर घटनाएं जैसे कि सौर वायु और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) पूरे सौर मंडल को प्रभावित कर सकती हैं — जिनका प्रभाव पृथ्वी के संचार, बिजली ग्रिड और उपग्रह प्रणालियों पर भी पड़ता है। ऐसे में इस प्रकार के शोध भविष्य में हमारी सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
वर्तमान में सौर अधिकतम की स्थिति
डॉ. डिफॉरेस्ट ने यह भी बताया कि वर्तमान समय में सूर्य ‘सौर अधिकतम’ (solar maximum) की स्थिति में है, जो उच्च सौर गतिविधियों का समय होता है। इस स्थिति में सूर्य से लगातार ऊर्जावान घटनाएं होती रहती हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यद्यपि हम यह भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि कोई सौर इजेक्शन कब होगा, लेकिन हम यह जान सकते हैं कि यह किस अवधि में हो सकता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- PUNCH मिशन में चार छोटे उपग्रह शामिल हैं, जो मिलकर सौर वायु की 3D इमेजिंग करते हैं।
- Solar Wind सूर्य से निकलने वाली चार्ज्ड कणों की धारा है, जो पूरे सौर मंडल में फैलती है।
- Coronal Mass Ejection (CME) सूर्य से विशाल प्लाज्मा का उत्सर्जन है, जो पृथ्वी पर भू-चुंबकीय तूफान उत्पन्न कर सकता है।
- Solar Maximum लगभग हर 11 वर्षों में आने वाला वह चरण है, जब सूर्य की गतिविधियाँ चरम पर होती हैं।