LVM3 की ऐतिहासिक उड़ान से इसरो का आत्मविश्वास बुलंद: गगनयान और वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारत की सशक्त उपस्थिति
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने LVM3 रॉकेट से BlueBird Block-2 संचार उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के साथ न केवल अपने मानव अंतरिक्ष अभियान ‘गगनयान’ के प्रति आत्मविश्वास जताया है, बल्कि भारत की अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक अंतरिक्ष बाजार में भागीदारी को भी नई ऊंचाई दी है।
LVM3 की लगातार सफलताओं की कहानी
ISRO अध्यक्ष वी. नारायणन ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि LVM3 (Launch Vehicle Mark-3) रॉकेट ने 2017 से अब तक 100% सफलता दर बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि यह त्रुटिहीन प्रदर्शन गगनयान मिशन के लिए रॉकेट को ह्यूमन-रेटेड (मानव उड़ान हेतु सुरक्षित) घोषित करने की प्रक्रिया में बेहद महत्वपूर्ण है।
LVM3 की यह विश्वसनीयता भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान को सुरक्षित और सफल बनाने की आधारशिला है।
ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 का सफल प्रक्षेपण और वाणिज्यिक महत्व
श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित BlueBird Block-2 अमेरिकी कंपनी AST SpaceMobile का एक संचार उपग्रह है। इसे सुबह 8:55 बजे निर्धारित कक्षा में सटीकता से स्थापित किया गया।
यह अब तक का सबसे भारी पेलोड है जिसे LVM3 रॉकेट द्वारा Low Earth Orbit (LEO) में स्थापित किया गया है, जो भारत की हेवी-लिफ्ट क्षमता और वैश्विक वाणिज्यिक प्रक्षेपण बाजार में उसकी भूमिका को मजबूती प्रदान करता है।
गगनयान और चंद्रयान मिशन: भविष्य की ओर अग्रसर
ISRO प्रमुख ने यह भी जानकारी दी कि चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 मिशनों को मंजूरी मिल चुकी है, जिससे भारत की गहरी अंतरिक्ष खोज (deep-space exploration) की रणनीति को निरंतरता मिली है।
उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 की सफलता, विशेषकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग, के बाद जापान सहित कई तकनीकी रूप से उन्नत राष्ट्र भारत के साथ सहयोग की इच्छा जता चुके हैं।
यह भारत की तकनीकी श्रेष्ठता और वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा में उसकी समानता का संकेत है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
• LVM3 ISRO का हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन है, जिसे मानव अंतरिक्ष उड़ानों के लिए विकसित किया जा रहा है।
• गगनयान भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है।
• BlueBird Block-2 अब तक LVM3 द्वारा लॉन्च किया गया सबसे भारी पेलोड है।
• चंद्रयान-3 ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला पहला देश बनाया।
राजनीतिक नेतृत्व और रणनीतिक प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने LVM3-M6 मिशन की सफलता को भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया और कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना का प्रमाण है। उन्होंने ISRO के वैज्ञानिकों और अभियंताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह मिशन भारत को वैश्विक अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम है।
LVM3 की यह उड़ान भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ उसकी वैश्विक आर्थिक और वैज्ञानिक उपस्थिति को भी नई ऊंचाई प्रदान करती है।