LinkedIn Opportunity Index 2021: मुख्य विशेषताएं
लिंक्डइन ऑपर्चुनिटी इंडेक्स 2021 हाल ही में प्रकाशित किया गया। इस रिपोर्ट में महिलाओं के अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह इस बात पर भी ध्यान केंद्रित करता है कि कोविड-19 महामारी के बीच भारत में कामकाजी महिलाओं के लिए लिंगभेद किस तरह से कैरियर की प्रगति को धीमा कर रहा है।
मुख्य बिंदु
- इस सूचकांक के अनुसार, कोविड-19 महामारी ने भारत की कामकाजी महिलाओं को दूसरे देशों की कामकाजी महिलाओं की तुलना में सबसे अधिक प्रभावित किया है।
- इस सूचकांक में कहा गया है कि भारत में कामकाजी महिलाएँ समान वेतन और अवसर के लिए संघर्ष कर रही हैं।
- इस रिपोर्ट के अनुसार; भारत की 22% कामकाजी महिलाओं में से पाँच में से एक महिला अपने करियर में आगे बढ़ने के अवसरों से नाखुश है। इन महिलाओं के अनुसार उनकी कंपनियां पुरुषों के प्रति पक्षपाती हैं।
- इसके अलावा, 85% कामकाजी महिलाओं का दावा है कि वे भारत में वृद्धि अथवा पदोन्नति से चूक गई हैं।जबकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में यह आंकड़ा 60% है।
- इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, भारत में 37% कामकाजी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम अवसर मिलते हैं।
- 37% महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम भुगतान किया जाता है।
- लिंक्डइन के निष्कर्षों में आगे कहा गया है कि महिलाएं अब उन नियोक्ताओं की तलाश करती हैं जो उनके साथ समान व्यवहार करते हैं। अन्य महिलाएं चाहती हैं कि उन्हें अपने कौशल के अनुसार काम मिले।
करियर के विकास में बाधाएं
भारत में, आवश्यक व्यावसायिक कौशल की कमी कामकाजी महिलाओं के लिए करियर के विकास में बाधा बनती हैं। इन बाधाओं के कारण, महिलाओं का विचार है कि संगठनों को मातृत्व नीतियों और विकासात्मक कार्यक्रमों के लिए कदम उठाने चाहिए।
Originally written on
March 2, 2021
and last modified on
March 2, 2021.