IUCN की रिपोर्ट में पश्चिमी घाट, मानस और सुंदरबन को “Significant Concern” श्रेणी में रखा गया
अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की नवीनतम World Heritage Outlook 4 रिपोर्ट ने भारत के तीन प्रमुख प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों — पश्चिमी घाट, असम के मानस राष्ट्रीय उद्यान, और पश्चिम बंगाल के सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान — को “Significant Concern” (गंभीर चिंता) की श्रेणी में वर्गीकृत किया है। यह रिपोर्ट इन स्थलों की पारिस्थितिकी पर मंडराते खतरों और संरक्षण प्रयासों की स्थिति को लेकर महत्वपूर्ण संकेत देती है।
क्यों जताई गई है गंभीर चिंता?
रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया में जैव विविधता के नुकसान के चार प्रमुख कारण हैं:
- जलवायु परिवर्तन
- पर्यटन गतिविधियां
- विदेशी आक्रामक प्रजातियां (Invasive Species)
- सड़कों और रेलवे का विस्तार
2025 में यह पहली बार हुआ है जब सकारात्मक संरक्षण दृष्टिकोण (Positive Outlook) वाले स्थलों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है — 2014 से 2020 तक यह आंकड़ा 63% था, जबकि 2025 में यह घटकर 57% रह गया है।
भारत के ‘Significant Concern’ वाले स्थल
1. पश्चिमी घाट
- हिमालय से भी प्राचीन, जैव विविधता से भरपूर क्षेत्र, जहां 325 से अधिक संकटग्रस्त प्रजातियां पाई जाती हैं।
- ₹5,843 करोड़ की सिलहल्ला जलविद्युत परियोजना जैसे प्रोजेक्ट पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं।
- पर्यटन के चलते उत्पन्न कचरे से वन्यजीवों को खतरा, और इंसान-पशु संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- विदेशी प्रजातियों जैसे यूकेलिप्टस और एकेसिया प्राकृतिक वनस्पतियों को विस्थापित कर रही हैं।
- जलवायु परिवर्तन से पक्षी और अन्य जीव उच्च क्षेत्रों में पलायन कर रहे हैं।
2. मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम)
- बाघ, गैंडा और हाथियों का आवास क्षेत्र, जो अब अवैध शिकार, अतिक्रमण और बुनियादी ढांचे के विस्तार से खतरे में है।
3. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल)
- विश्व का सबसे बड़ा मैंग्रोव क्षेत्र, जहां बाघ भी तैरते हैं।
- बढ़ती खारापन, भारी धातु प्रदूषण और अनियंत्रित संसाधन दोहन जैव विविधता को प्रभावित कर रहे हैं।
- समुद्र स्तर में वृद्धि और तूफानी लहरों से जैवविविधता में गिरावट आ रही है।
अन्य भारतीय स्थल: कुछ उम्मीदें भी
“Good with Some Concerns” श्रेणी में भारत के चार स्थल हैं:
- ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क
- काजीरंगा नेशनल पार्क
- केवलादेव नेशनल पार्क
- नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान
“Good” श्रेणी में सिक्किम का कंचनजंघा राष्ट्रीय उद्यान है, जो दर्शाता है कि प्रभावी संरक्षण से संतुलन बनाए रखा जा सकता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- IUCN की World Heritage Outlook रिपोर्ट हर चार वर्ष में जारी होती है।
- 2025 की रिपोर्ट 2014 से शुरू हुए चार संरक्षण मूल्यांकन चक्रों पर आधारित है।
- प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल पृथ्वी की सतह का <1% हैं, लेकिन वैश्विक जैव विविधता का >20% संरक्षण करते हैं।
- रिपोर्ट में भारत के 3 स्थल “Significant Concern” में और 5 अन्य “Good” या “Some Concerns” की श्रेणी में हैं।
- चीन के 7 स्थलों को “Best Protected and Managed Areas” माना गया है।