INS अर्नाला: भारत की नौसेना में आत्मनिर्भरता की नई लहर

भारतीय नौसेना ने 19 जून 2025 को विशाखापत्तनम स्थित नौसेना डॉकयार्ड में देश की पहली स्वदेशी एंटी-सबमरीन युद्धपोत (Anti-Submarine Warfare Shallow Water Craft – ASWSWC) INS अर्नाला को औपचारिक रूप से कमीशन किया। यह स्वदेशी रूप से निर्मित युद्धपोत भारत की समुद्री सुरक्षा क्षमता को उल्लेखनीय रूप से मजबूत करेगा।
INS अर्नाला की विशेषताएँ
- लंबाई: 77 मीटर
- वजन: 1,490 टन से अधिक (ग्रॉस टननेस)
- प्रणोदन प्रणाली: डीजल इंजन-वॉटरजेट का संयोजन — ऐसा करने वाला सबसे बड़ा भारतीय नौसैनिक पोत
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मुख्य उद्देश्य:
- तटीय और उथले जल क्षेत्रों में दुश्मन पनडुब्बियों का पता लगाना, उनका पीछा करना और उन्हें नष्ट करना
- खोज एवं बचाव (Search and Rescue) मिशन
- निम्न तीव्रता वाले समुद्री अभियानों (LIMO) में भागीदारी
ऐतिहासिक और सामरिक महत्व
INS अर्नाला का नाम महाराष्ट्र के एक ऐतिहासिक तटीय किले पर रखा गया है। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के Eastern Naval Command (ENC) में शामिल किया गया है। इसका निर्माण कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) और कोच्चि के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा किया गया है। इसमें 80% से अधिक स्वदेशी उपकरण और तकनीक का प्रयोग हुआ है।
सामरिक क्षमता और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
- यह पोत भारत के पुराने अब्हय-क्लास कार्वेट्स का स्थान लेगा।
- यह निर्माण आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) के तहत नौसेना के ‘Buyer’s Navy’ से ‘Builder’s Navy’ बनने के संक्रमण का प्रतीक है।
- INS अर्नाला में अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीक जैसे स्टेल्थ सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और सेंसर लगाए गए हैं।
चीन की बढ़ती मौजूदगी के बीच भारत की तैयारी
पिछले कुछ वर्षों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारतीय महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। इसके जवाब में भारतीय नौसेना समुद्री क्षेत्र में अपनी ताकत को लगातार बढ़ा रही है। INS अर्नाला जैसे जहाज इस रणनीतिक जवाब का एक ठोस उदाहरण हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- INS अर्नाला: पहला स्वदेशी ASWSWC, 19 जून 2025 को कमीशन किया गया।
- निर्माणकर्ता: GRSE (कोलकाता) और कोचीन शिपयार्ड (कोच्चि)।
- Eastern Naval Command: भारतीय नौसेना की तीन मुख्य कमांडों में से एक, मुख्यालय विशाखापत्तनम में।
- ‘Builder’s Navy’: वह दृष्टिकोण जिसमें भारत अब अपनी युद्धपोत निर्माण क्षमता को आत्मनिर्भरता के साथ विकसित कर रहा है।
INS अर्नाला न केवल भारत की समुद्री सुरक्षा को सुदृढ़ करता है, बल्कि यह स्वदेशी तकनीक, उद्योगिक साझेदारी और नवाचार की शक्ति का प्रतीक भी है। यह युद्धपोत भारत के समुद्री भविष्य की नींव को और भी मजबूत करता है और भारतीय नौसेना की “Blue Water Navy” की महत्वाकांक्षा को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।