IIT मद्रास में शुरू होगा शास्त्र 2026: तकनीक, नवाचार और वैश्विक जुड़ाव का संगम
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास का वार्षिक तकनीकी महोत्सव ‘शास्त्र 2026’ आगामी 2 जनवरी को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के उद्घाटन संबोधन के साथ आरंभ होगा। यह पांच दिवसीय कार्यक्रम 6 जनवरी तक चलेगा और इसमें देश-विदेश से 80,000 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है। यह आयोजन भारत के सबसे बड़े तकनीकी उत्सवों में से एक के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को और सुदृढ़ करेगा।
शास्त्र 2026 की व्यापकता और महत्व
शास्त्र का यह 27वां संस्करण है, जिसमें प्रतियोगिताएं, प्रदर्शनियां, कार्यशालाएं, सम्मेलन और अत्याधुनिक तकनीकी प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। IIT मद्रास के निदेशक वी. कामकोटी ने बताया कि यह उत्सव संस्थान के 15-दिवसीय सार्वजनिक जुड़ाव कार्यक्रम का हिस्सा होगा, जिसमें ‘ओपन हाउस’ और सामाजिक-सांस्कृतिक महोत्सव ‘सारंग’ भी शामिल हैं। इस समन्वित प्रयास का उद्देश्य विज्ञान और नवाचार को आम जनता के करीब लाना है।
IIT मद्रास ग्लोबल फाउंडेशन का शुभारंभ
शास्त्र 2026 के उद्घाटन अवसर पर एस. जयशंकर ‘IIT मद्रास ग्लोबल फाउंडेशन’ का भी शुभारंभ करेंगे। यह फाउंडेशन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्थान की पहुँच को मजबूत करने हेतु एक केंद्रीय मंच के रूप में कार्य करेगा। इसके अंतर्गत तकनीकी हस्तांतरण (Transfer of Technologies), वैश्विक अकादमिक एवं औद्योगिक भागीदारी, स्टार्टअप सहयोग और अंतरराष्ट्रीय निवेश की संभावनाएं विकसित की जाएंगी।
IIT मद्रास अमेरिका, जर्मनी, मलेशिया और दुबई में वैश्विक केंद्र स्थापित करने की योजना भी बना रहा है, जिससे इसकी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को और सशक्त किया जा सके।
शैक्षणिक पहल और शिक्षक संवाद
शास्त्र 2026 में ‘विद्या वाहक’ कार्यक्रम के अंतर्गत ‘एजुकेटर्स कॉन्क्लेव’ नामक एक प्रमुख शैक्षणिक संवाद आयोजित किया जाएगा। इसमें जनजातीय क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों से लगभग 150 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इन प्रशिक्षणों में मूल शिक्षाशास्त्र, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस- मशीन लर्निंग के प्रारंभिक टूल्स और सिमुलेशन-आधारित शिक्षण पद्धतियाँ शामिल होंगी।
इस पहल का उद्देश्य समावेशी क्षमता निर्माण और शैक्षणिक नवाचार को बढ़ावा देना है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- शास्त्र, IIT मद्रास का वार्षिक तकनीकी महोत्सव है।
- ‘विद्या वाहक’ कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को नवाचार आधारित प्रशिक्षण देना है।
- ‘ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी’ IIT और उद्योगों के बीच सहयोग का प्रमुख घटक है।
- IIT मद्रास अमेरिका, जर्मनी, मलेशिया और दुबई में वैश्विक केंद्र स्थापित करेगा।
नवाचार, प्रायोजन और वैश्विक वक्ता
शास्त्र 2026 में कई नए तकनीकी आयोजनों की शुरुआत होगी, जिनमें ‘रोबो GP’ (रोबोट रेसिंग), ‘न्यूरोहैक’ (ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस हैकाथॉन), और ‘ई-कॉन्टेस्ट’ (कोडिंग प्रतियोगिता) प्रमुख हैं। इस वर्ष संस्थान ने ₹1.68 करोड़ की प्रायोजन राशि एकत्र की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 29.4% अधिक है।
इस उत्सव में जेफरी उलमैन, सुब्रा सुरेश और विदिता वैद्य जैसे वैश्विक वैज्ञानिक और नवाचार विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे, जिससे यह महोत्सव एक अंतरराष्ट्रीय मंच के रूप में और प्रतिष्ठित बन गया है।
शास्त्र 2026 भारत के तकनीकी भविष्य, अकादमिक उत्कृष्टता और वैश्विक साझेदारी की दिशा में एक प्रेरणादायक मंच साबित होगा।