IIT बॉम्बे ने लॉन्च किया भारत का पहला डीपटेक वेंचर कैपिटल फंड
भारत ने डीपटेक नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। आईआईटी बॉम्बे ने देश का पहला शैक्षणिक संस्थान-संबद्ध डीपटेक वेंचर कैपिटल फंड लॉन्च किया है, जो अत्याधुनिक अनुसंधान को वाणिज्यिक स्तर पर बदलने में सहायक होगा। इस पहल का उद्देश्य भारत में तकनीकी नवाचार को वैश्विक स्तर तक ले जाना है।
वाई-पॉइंट वेंचर कैपिटल फंड की शुरुआत
आईआईटी बॉम्बे के इनक्यूबेटर प्लेटफॉर्म “सोसाइटी फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप” (SINE) द्वारा लॉन्च किया गया “Y-Point Venture Capital Fund” देश का पहला ऐसा डीपटेक वीसी फंड है, जिसे किसी शैक्षणिक इनक्यूबेटर द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है। यह फंड प्रारंभिक चरण के डीपटेक स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करेगा, ताकि वे अपने विचारों को व्यावसायिक सफलता में बदल सकें।
फोकस सेक्टर्स और रणनीतिक उद्देश्य
इस फंड का ध्यान कुछ उभरते हुए क्षेत्रों पर केंद्रित है, जैसे:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- उन्नत कंप्यूटिंग और मैन्युफैक्चरिंग
- उन्नत सामग्री विज्ञान
- अंतरिक्ष और रक्षा प्रौद्योगिकी
- न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी
- क्लाइमेट टेक और स्वच्छ ऊर्जा समाधान
- जीवन विज्ञान (Life Sciences)
इस पहल के पीछे रणनीति यह है कि आईआईटी बॉम्बे की अनुसंधान क्षमता और प्रतिभा का लाभ उठाकर वैश्विक स्तर के स्टार्टअप्स तैयार किए जाएं।
रणनीति योजना 2026–2030
आईआईटी बॉम्बे ने अपनी नई रणनीतिक योजना 2026–2030 के अंतर्गत शिक्षा और नवाचार को केंद्र में रखते हुए कई महत्वपूर्ण कदम प्रस्तावित किए हैं। इसमें अनुभवजन्य (experiential) लर्निंग का विस्तार, अंतरराष्ट्रीय अकादमिक सहयोग को सुदृढ़ करना, और ऑनलाइन डिग्री व सर्टिफिकेट प्रोग्राम के माध्यम से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना शामिल है। यह योजना संस्थान को शोध और नवाचार आधारित विकास का केंद्र बनाने की दिशा में अग्रसर है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- Y-Point Venture Capital Fund भारत का पहला डीपटेक वीसी फंड है, जो किसी इनक्यूबेटर द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है।
- फंड का आकार ₹250 करोड़ है, और यह प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप्स को सहयोग देगा।
- फंड का संचालन आईआईटी बॉम्बे का SINE (Society for Innovation and Entrepreneurship) कर रहा है।
- फोकस सेक्टर्स में AI, क्लाइमेट टेक, स्पेस टेक, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी, और जीवन विज्ञान प्रमुख हैं।
IIT बॉम्बे की यह पहल भारत को डीपटेक स्टार्टअप्स के वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल उच्च गुणवत्ता वाले नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा क्षमता भी सुदृढ़ होगी।