HAL-GE अनुबंध: भारत की स्वदेशी लड़ाकू विमान क्षमता को नया बल

HAL-GE अनुबंध: भारत की स्वदेशी लड़ाकू विमान क्षमता को नया बल

भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक (GE) कंपनी के साथ $1 बिलियन (₹8,868 करोड़) का अनुबंध किया है। इस अनुबंध के अंतर्गत 113 F404-GE-IN20 इंजन भारतीय वायुसेना के लिए बनने वाले 97 नए लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk1A को शक्ति प्रदान करेंगे। यह कदम आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) अभियान के तहत स्वदेशी लड़ाकू विमान उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक निर्णायक पहल है।

LCA Mk1A निर्माण में विस्तार

इस नवीनतम अनुबंध के साथ GE से F404 इंजनों की कुल संख्या अब 212 हो गई है। इनमें से 99 इंजन पहले ही 2021 में 83 विमानों के लिए अनुबंधित किए जा चुके हैं। नए अनुबंध में आने वाले 113 इंजन 97 नए LCA Mk1A विमानों के लिए हैं, जबकि 32 अतिरिक्त इंजन परीक्षण और संचालन आवश्यकताओं के लिए होंगे। HAL ने पुष्टि की है कि इस डील के अंतर्गत इंजन की आपूर्ति 2027 से शुरू होगी और 2032 तक चलेगी, जो विमान निर्माण चक्र के साथ मेल खाएगी।

सामरिक महत्व और स्वदेशी एकीकरण

रक्षा मंत्रालय ने पहले ही ₹62,370 करोड़ की लागत से 97 LCA Mk1A विमान खरीद को मंजूरी दी है, जिसमें 68 सिंगल-सीटर और 29 ट्विन-सीटर विमान शामिल हैं। यह विमान 64% से अधिक स्वदेशी तकनीक से लैस होंगे। इनमें UTTAM AESA रडार, ‘स्वयं रक्षा कवच’ इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट और भारतीय निर्मित एक्टुएटर्स शामिल हैं — जो उच्च तकनीकी रक्षा प्रणालियों में आत्मनिर्भरता को बढ़ाने की दिशा में प्रमुख पहल हैं।

पहले अनुबंध और आपूर्ति श्रृंखला की प्रगति

2021 में HAL ने GE के साथ $716 मिलियन का समझौता किया था जिसमें 99 F404-IN20 इंजनों की आपूर्ति शामिल थी। कोविड महामारी के कारण हुई देरी के बावजूद इन इंजनों की आपूर्ति 2025 में शुरू हो गई थी। नया अनुबंध भारतीय वायुसेना के विस्तारित LCA कार्यक्रम के लिए दीर्घकालिक आपूर्ति स्थिरता सुनिश्चित करता है और HAL की निर्माण क्षमताओं में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • HAL-GE $1 बिलियन अनुबंध में 113 F404-GE-IN20 इंजन शामिल हैं जो 97 LCA Mk1A को शक्ति देंगे।
  • LCA Mk1A कार्यक्रम के तहत अब तक कुल 212 इंजन का ऑर्डर दिया जा चुका है।
  • LCA Mk1A में 64% से अधिक स्वदेशी तकनीक शामिल है, जिसमें उन्नत रडार और ईडब्ल्यू सिस्टम भी हैं।
  • नए इंजनों की आपूर्ति 2027 से 2032 के बीच की जाएगी।

भविष्य की साझेदारी और उच्च क्षमता वाले इंजन विकास

HAL और GE के बीच F414 इंजन के संयुक्त निर्माण को लेकर भी वार्ता उन्नत चरण में है। इस इंजन के लिए लगभग 80% तकनीक हस्तांतरण (ToT) प्रस्तावित है। F414 इंजन आगामी LCA Mk2 और पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को शक्ति प्रदान करेगा। इससे भारत को लड़ाकू विमानन क्षेत्र में तकनीकी आत्मनिर्भरता और सामरिक स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण बढ़त मिलेगी।

Originally written on November 8, 2025 and last modified on November 8, 2025.

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