GENIUS अधिनियम की सीनेट से मंजूरी: डॉलर को वैश्विक वर्चस्व की नई डिजिटल संजीवनी

अमेरिकी सीनेट ने ‘GENIUS Act’ को 68-30 मतों से पारित कर स्थिरकॉइन (Stablecoins) के नियमन की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह अधिनियम, जो अमेरिकी डॉलर समर्थित क्रिप्टोकरेंसी के लिए संरचनात्मक प्रारूप तैयार करता है, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के समर्थन से आगे बढ़ा है और अब प्रतिनिधि सभा की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहा है।

स्थिरकॉइन: डॉलर का नया डिजिटल अवतार

स्थिरकॉइन ऐसी डिजिटल मुद्राएं हैं जिन्हें अमेरिकी ट्रेजरी बिल जैसे सुरक्षित भंडार द्वारा समर्थित किया जाता है। GENIUS अधिनियम के तहत इन मुद्राओं के लिए पूर्ण भंडारण, मनी लॉन्ड्रिंग से बचाव के लिए अनुपालन आवश्यकताएं और मासिक लेखा-परीक्षण अनिवार्य हैं। इस विधेयक के पारित होते ही, क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी Circle के शेयरों में 33.82% की तेजी आई।

ट्रंप प्रशासन की रणनीति और डॉलर की मजबूती

वित्त सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि स्थिरकॉइन डॉलर की सर्वोच्चता को और मजबूत कर सकते हैं, क्योंकि ये अमेरिकी ट्रेजरी की भारी मांग को जन्म देंगे। उन्होंने नाइजीरिया में USD समर्थित डिजिटल डॉलर से लेन-देन का उदाहरण देकर बताया कि बिना वास्तविक डॉलर के भी लेन-देन संभव है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • GENIUS अधिनियम: स्थिरकॉइन के नियमन हेतु अमेरिकी सीनेट में पारित बिल।
  • STABLE अधिनियम: प्रतिनिधि सभा में लंबित वैकल्पिक विधेयक, जो सीमित संपत्ति जैसे ट्रेजरी बिलों को समर्थन के लिए स्वीकार करता है।
  • स्थिरकॉइन का बाजार पूंजीकरण: 2025 में अब तक $251.7 बिलियन, 22% की वृद्धि।
  • Circle कंपनी के शेयर: अधिनियम पारित होते ही 33.82% उछाल, फिर 24.75% और बढ़त।

ट्रंप की डिजिटल संपत्तियों में दिलचस्पी

डोनाल्ड ट्रंप ने न केवल इस विधेयक को सोशल मीडिया पर सराहा बल्कि अपने नाम से “$TRUMP” मेमेकॉइन भी लॉन्च किया। सार्वजनिक दस्तावेजों के अनुसार, ट्रंप की क्रिप्टो कमाई $600 मिलियन से अधिक है, जिनमें उनके बच्चों द्वारा समर्थित वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल और TruthFi जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।

क्रिप्टो डिप्लोमेसी और डॉलर की रक्षा

हाल ही में ईरान की Nobitex एक्सचेंज से $90 मिलियन की हैकिंग और ट्रंप परिवार द्वारा पाकिस्तान के साथ क्रिप्टो को बढ़ावा देने के समझौते ने इस डिजिटल मुद्रा को कूटनीतिक हथियार में तब्दील कर दिया है। रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद, ब्रिक्स देशों द्वारा डॉलर से दूरी की कोशिशें भी तेज़ हुईं, जिसका जवाब अमेरिका अब स्थिरकॉइन के ज़रिए दे रहा है।

निष्कर्ष

GENIUS अधिनियम न केवल अमेरिकी क्रिप्टो नीति को सुसंगत बनाता है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में डॉलर की पकड़ बनाए रखने की एक डिजिटल रणनीति भी प्रस्तुत करता है। ट्रंप प्रशासन की आक्रामक क्रिप्टो नीति और डॉलर समर्थित स्थिरकॉइन के बढ़ते प्रभाव के साथ यह अधिनियम वैश्विक वित्तीय शक्ति संतुलन को नया रूप दे सकता है।

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