DAC ने तीन सशस्त्र बलों के अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दी
रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 23 फरवरी, 2021 को 118 अर्जुन मार्क 1A टैंकों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।
मुख्य बिंदु
- 6,000 करोड़ की लागत से भारतीय सेना के लिए यह मंजूरी दी गई है।
- यह कदम रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देगा।
- डीआरडीओ द्वारा विकसित 58 टन वजनी टैंकों के लिए यह मंजूरी दी गई है।
- ये टैंक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 30 महीनों के भीतर डिलीवरी के लिए तैयार होंगे।
- भारतीय सेना के सहयोग से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा इन टैंकों को डिजाइन और विकसित किया गया है।
- 118 टैंक 124 अर्जुन टैंक के पहले बैच के बेड़े में शामिल होंगे।
- अर्जुन टैंकों को पहले ही भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया है और उन्हें पश्चिमी रेगिस्तान में पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया गया है।
अन्य अनुमोदन
- इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी रूप से विकसित नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और अरुधरा मीडियम पॉवर रडार के अधिग्रहण के लिए भी मंजूरी दी।
- डीएसी ने 13,700 करोड़ की समग्र लागत पर तीन Acceptance of Necessities (AoNs) को भी मंज़ूरी दी।
नाग मिसाइल
यह तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है। इसमिसाइल में शीर्ष हमले की क्षमता है, जिसके कारण यह दिन में और रात के समय में दुश्मन के सभी ज्ञात टैंकों को प्रभावी ढंग से नष्ट कर सकती है। नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का अंतिम परीक्षण अक्टूबर 2020 में किया गया था और अब यह मिसाइल भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है।
अर्जुन टैंक
यह तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है जिसे DRDO द्वारा विकसित किया गया है। इसे भारतीय सेना के लिए विकसित किया गया था। इसमें 120 मिमी मेन राइफल्ड वाली गन शामिल है।
Originally written on
February 24, 2021
and last modified on
February 24, 2021.