COP30 में लॉन्च हुई ट्रस्ट01 की पेरिस एग्रीमेंट इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म तकनीक

COP30 में लॉन्च हुई ट्रस्ट01 की पेरिस एग्रीमेंट इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म तकनीक

ब्राज़ील के बेलेम शहर में आयोजित COP30 सम्मेलन में एक नई क्लाइमेट गवर्नेंस तकनीक ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। क्लाइमेटटेक स्टार्टअप TRST01 ने “पेरिस एग्रीमेंट इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म (PAIP)” नामक प्रणाली पेश की है, जो उत्सर्जन प्रबंधन को पारदर्शी, डिजिटल और ऑडिट योग्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह प्रणाली वैश्विक जलवायु शासन में तकनीकी पारदर्शिता और जवाबदेही को सशक्त करने का लक्ष्य रखती है।

पीएआईपी प्रणाली का परिचय

पेरिस एग्रीमेंट इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ब्लॉकचेन आधारित बुनियादी ढांचे का उपयोग करके उत्सर्जन से संबंधित डाटा का ट्रैकिंग, सत्यापन और प्रबंधन करती है। यह एक एकीकृत डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करती है, जिसमें राष्ट्रीय उत्सर्जन सूचियाँ, परियोजना उत्पत्ति, प्रमाणीकरण, कार्बन क्रेडिट की नीलामी, निगरानी और अंतिम निस्तारण जैसे सभी चरण शामिल हैं। इस तरह यह प्रणाली उत्सर्जन मूल्य श्रृंखला (emissions value chain) को एक केंद्रीकृत डिजिटल ढांचे में समाहित करती है।

मलावी बना पहला अपनाने वाला देश

अफ्रीकी देश मलावी इस तकनीक को अपनाने वाला पहला राष्ट्र बन गया है। देश ने इसे अपने नवगठित “एनवायरनमेंटल ट्रेजरी” सिस्टम में शामिल किया है। इस कदम से जलवायु कार्रवाइयों और वित्तीय प्रवाह की पारदर्शिता बढ़ने के साथ निवेशकों का विश्वास भी मजबूत होने की उम्मीद है।

तकनीकी ढांचा और प्रमुख क्षमताएँ

इस प्लेटफॉर्म में एआई टूल्स, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, सैटेलाइट एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग तकनीकों का समन्वय किया गया है। यह प्रणाली वैज्ञानिक सटीकता सुनिश्चित करने के साथ रिकॉर्ड को अपरिवर्तनीय (immutable) बनाए रखती है। इसके माध्यम से उत्सर्जन डेटा का रियल-टाइम सत्यापन और स्वचालित अनुपालन (automated compliance) संभव होता है, जिससे पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 के प्रावधानों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • तकनीक का नाम: पेरिस एग्रीमेंट इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म (PAIP)
  • लॉन्च स्थल: COP30, बेलेम (ब्राज़ील)
  • प्रथम अपनाने वाला देश: मलावी
  • प्रमुख घटक: एआई, ब्लॉकचेन, सैटेलाइट एनालिटिक्स, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स
  • उद्देश्य: अनुच्छेद 6 के तहत पारदर्शी और डिजिटल उत्सर्जन प्रबंधन

वैश्विक जलवायु शासन पर प्रभाव

पीएआईपी देशों को उत्सर्जन रिपोर्टिंग, डेटा प्रबंधन और कार्बन बाजार में भागीदारी की प्रक्रिया को सरल और आधुनिक बनाने में सहायता करेगा। यह सरकारों को पारदर्शी और भरोसेमंद डेटा ढांचा प्रदान करता है, जिससे जलवायु वित्त, निवेश और उत्सर्जन न्यूनीकरण प्रयासों में विश्वास बढ़ेगा। COP30 में इस तकनीक का पदार्पण वैश्विक जलवायु शासन को डिजिटल और जवाबदेह युग में प्रवेश कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।

Originally written on November 19, 2025 and last modified on November 19, 2025.

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