COP30 में बेलें पैकेज पर तेज प्रगति की पुकार और ब्राज़ील की “मुतिराँव” रणनीति
COP30 के दूसरे सप्ताह की शुरुआत एक अत्यंत महत्वपूर्ण संदेश के साथ हुई बेलें पैकेज पर निर्णय अब और टाला नहीं जा सकता। इस वर्ष जलवायु सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे ब्राज़ील ने स्पष्ट कर दिया है कि वार्ताओं का निर्णायक चरण शुरू हो चुका है और अगले कुछ दिनों में सामूहिक राजनीतिक सहमति अनिवार्य है। यह सम्मेलन न केवल वैश्विक जलवायु कार्रवाई की दिशा तय करेगा, बल्कि पेरिस समझौते के एक दशक बाद बहुपक्षीय जलवायु शासन को पुनर्स्थापित करने का भी अवसर प्रदान करता है।
ब्राज़ील की “मुतिराँव” रणनीति
अध्यक्षता ने इस बार ब्राज़ील की पारंपरिक “मुतिराँव” अवधारणा यानी सामूहिक जुटान और तेज़ सहयोग को वार्ताओं की दिशा तय करने के केंद्र में रखा है। इसका उद्देश्य देशों को एक टीम की तरह कार्य करने, विभाजन को कम करने और तकनीकी व राजनीतिक अड़चनों को जल्द सुलझाने के लिए प्रेरित करना है। जलवायु वित्त, समानता ढाँचा और क्रियान्वयन नियम जैसे पुराने विवादित मुद्दों पर सहमति बनाने के लिए यह तरीका विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों का लक्ष्य 18 नवंबर तक बड़े हिस्से की वार्ताएँ पूरी कर लेने का है, ताकि सप्ताह के मध्य तक बेलें पैकेज को अंतिम रूप दिया जा सके।
प्रमुख deliverables के लिए महत्वाकांक्षी समयसीमा
अध्यक्षता ने सभी देशों से आग्रह किया है कि 21 नवंबर तक सभी प्रमुख एजेंडा आइटमों को पूरा कर लिया जाए। प्राथमिक मुद्दों में ग्लोबल गोल ऑन एडाप्टेशन, न्यायसंगत संक्रमण (Just Transition), मिटीगेशन कार्यक्रम, राष्ट्रीय अनुकूलन योजनाएँ और ग्लोबल स्टॉकटेक से जुड़े सभी पहलू शामिल हैं। जलवायु वित्त यहाँ केंद्र में है, जिसमें अनुच्छेद 9.5 के तहत दायित्व, अनुच्छेद 2.1(c) पर प्रगति, UN जलवायु वित्त संरचना के अंतर्गत विभिन्न कोषों का मार्गदर्शन और वित्तीय तंत्रों की निगरानी जैसी वार्ताएँ सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- “मुतिराँव” ब्राज़ील का एक सामूहिक और तेज़ सहयोग पर आधारित मॉडल है।
- बेलें पैकेज को COP30 के मध्य सप्ताह तक अंतिम रूप देने का लक्ष्य है।
- प्रमुख एजेंडा में अनुकूलन, मिटीगेशन, ग्लोबल स्टॉकटेक और जलवायु वित्त शामिल हैं।
- 21 नवंबर तक सभी एजेंडा आइटम पूरे करने की अध्यक्षता की योजना है।
UN जलवायु प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने का प्रयास
ब्राज़ील इस COP को बहुपक्षीय जलवायु शासन के पुनर्जीवन का अवसर मान रहा है। अध्यक्षता ने सभी देशों से जिम्मेदारी की भावना के साथ वार्ताओं में भाग लेने का आह्वान किया है, विशेषकर ऐसे समय में जब जलवायु प्रभाव दुनिया भर में अधिक तीव्र हो रहे हैं। पेरिस समझौते के दस वर्ष पूरे होने के इस प्रतीकात्मक अवसर पर ब्राज़ील का संदेश स्पष्ट है विश्वास बहाल करना, क्रियान्वयन को मजबूत करना और सामूहिक कार्रवाई को पुनर्स्थापित करना समय की आवश्यकता है।