AICTE क्षेत्रीय भाषाओं में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए डेटाबेस तैयार कर रहा है : पीएम मोदी
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council of Technical Education – AICTE) ने घोषणा की है कि वह संसाधनों का एक डेटाबेस तैयार कर रहा है ताकि कॉलेज देश की क्षेत्रीय भाषाओं में अधिक कार्यक्रम पेश कर सकें। AICTE ने देश की 11 भाषाओं में इंजीनियरिंग सामग्री का अनुवाद करने के लिए एक टूल भी विकसित किया है।
मुख्य बिंदु
- तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
- 8 राज्यों में 14 इंजीनियरिंग कॉलेज पांच भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं। वे भाषाएँ बंगाली, हिंदी, तेलुगु, तमिल और मराठी हैं।
- क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षण का लाभ उन छात्रों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच प्रदान करेगा जो कम आय वाले, ग्रामीण परिवारों से हैं। ये छात्र सीखने के इच्छुक हैं और सीखने में सक्षम भी हैं, लेकिन अंग्रेजी में पारंगत नहीं होने से उनकी सीखने की प्रक्रिया में बाधा आती है।
अन्य घोषणाएं
यह घोषणा की गई है कि माध्यमिक विद्यालयों में भारतीय सांकेतिक भाषा (Indian Sign Language) को नियमित भाषा विषय के रूप में जोड़ा जाएगा। ऐसा करने से सुनने और बोलने में अक्षम छात्रों के लिए समावेशिता को बढ़ावा मिलेगा।
Originally written on
July 30, 2021
and last modified on
July 30, 2021.