AI में क्रांतिकारी परिवर्तन: मैरी मीकर की 2025 रिपोर्ट में भारत और दुनिया की भूमिका

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में चल रहे बदलावों को “अभूतपूर्व” बताने वाली वेंचर कैपिटलिस्ट मैरी मीकर की बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट ‘Trends — Artificial Intelligence’ वर्ष 2025 में जारी हुई। यह 340-पृष्ठीय रिपोर्ट, जो 2019 के बाद उनकी पहली ट्रेंड रिपोर्ट है, बताती है कि किस तरह AI न केवल तकनीक के हर पहलू को बदल रहा है, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन और अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल रहा है।
AI को अपनाने की अभूतपूर्व गति
- Instagram, WhatsApp और YouTube को 100 मिलियन यूज़र्स तक पहुँचने में 2-4 साल लगे, लेकिन ChatGPT को मात्र 3 महीनों में यह उपलब्धि मिल गई।
- Morgan Stanley के अनुसार, अमेरिका में 50% घरों तक इंटरनेट पहुँचने में 6-12 साल लगे, जबकि AI प्लेटफ़ॉर्म्स के लिए यह अवधि केवल 3 साल रहने का अनुमान है।
भारत की अग्रणी भूमिका
- ChatGPT के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता देश है, जिसमें मोबाइल ऐप उपयोगकर्ताओं में 13.5% की हिस्सेदारी है – अमेरिका (8.9%) और जर्मनी (3%) से अधिक।
- भारत, चीन के घरेलू AI प्लेटफॉर्म DeepSeek के लिए तीसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता (6.9%) है, जबकि यह ऐप चीन (33.9%) और रूस (9.2%) में ज्यादा लोकप्रिय है – दोनों देशों में ChatGPT प्रतिबंधित है।
बंद बनाम खुले मॉडल: तकनीकी विचारधाराओं की टक्कर
बंद (Closed) मॉडल्स:
- GPT-4 और Claude जैसे मॉडल भारी पूंजी और विशाल डेटा पर आधारित होते हैं।
- ये उपभोक्ताओं और सरकारों द्वारा पसंद किए जाते हैं, परंतु इनमें पारदर्शिता की कमी होती है।
- प्रशिक्षण डेटा और एल्गोरिदम सार्वजनिक नहीं होते।
खुले (Open-source) मॉडल्स:
- Hugging Face जैसे प्लेटफॉर्म्स पर Meta’s LLaMA और Mistral’s Mixtral जैसे मॉडल उपलब्ध हैं।
- ये कम बजट में स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थानों और सरकारों को फ्रंटियर AI तक पहुंच प्रदान करते हैं।
चीन की बढ़त: ओपन-सोर्स AI में नेतृत्व
2025 की दूसरी तिमाही तक, चीन ने सबसे ज्यादा बड़े AI मॉडल लॉन्च किए:
- DeepSeek-R1
- Alibaba Qwen-32B
- Baidu Ernie 4.5
मीकर के अनुसार, यह दो समानांतर दर्शन हैं:
- खुलापन बनाम नियंत्रण
- गति बनाम सुरक्षा
- समुदाय आधारित नवाचार बनाम कॉर्पोरेट कुशलता
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मैरी मीकर: कभी ‘क्वीन ऑफ इंटरनेट’ कही जाती थीं, अब AI ट्रेंड रिपोर्टिंग में अग्रणी।
- AI प्लेटफॉर्म्स का औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता: $23
- भारत की ChatGPT ऐप में हिस्सेदारी: 13.5%
- Form 17C की तरह AI डेटा में पारदर्शिता का अभाव: खासकर बंद मॉडल्स में
- चीन की बढ़त: ओपन-सोर्स मॉडल्स में अग्रणी स्थान