AI बेस्ड कीट प्रबंधन (Pest Management) : मुख्य बिंदु

हाल ही में, तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय (Telangana State Agricultural University – PJTSAU) के प्रोफेसर जयशंकर ने किसानों को एआई-आधारित कीट प्रबंधन प्रणाली (AI-Based Pest Management System) प्रदान करने के लिए मुंबई स्थित वाधवानी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्टिफिशियल लर्निंग (Wadhwani Institute of Artificial Learning) के साथ एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

उद्देश्य

कपास के खेत में पिंक बॉलवर्म (pink bollworm) के किसी भी संभावित संक्रमण के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जो बदले में किसानों को अग्रिम जानकारी के साथ सशक्त बनाता है।

यह सिस्टम कैसे काम करेगा?

वाधवानी संस्थान (Wadhwani Institute) द्वारा विकसित एआई-आधारित कीट या कीट प्रबंधन प्रणाली, कपास पर पहले से पिंक बॉलवर्म और अन्य कीट के संक्रमण की संभावना की पहचान करने में मदद करेगी। इसके बाद यह इस जानकारी को उन क्षेत्रों के किसानों को साझा करेगा जिन्हें कार्यक्रम के लिए चुना गया है। इस जानकारी से किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए उपयुक्त उपाय करने में मदद मिलेगी।

किन क्षेत्रों को होगा फायदा?

यह प्रणाली तेलंगाना के खम्मम, करीमनगर, आदिलाबाद, नागरकुरनूल, नलगोंडा और महबूबनगर जिलों में लागू की जाएगी। इन जिलों का चयन इसलिए किया गया क्योंकि, 2020 के खरीफ सीजन के दौरान, इन जिलों में पूरे तेलंगाना में खेती की गई 60.54 लाख एकड़ में से 20.88 लाख एकड़ में कपास का उत्पादन हुआ था।

इस  के लिए कौन सहयोग करेगा?

कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और वाधवानी संस्थान इस परियोजना के लिए सहयोग करेंगे।

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