4 करोड़ नकली या निष्क्रिय LPG कनेक्शन रद्द: PAHAL योजना से सब्सिडी में पारदर्शिता और सटीकता

भारत सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) और PAHAL (प्रत्यक्ष हस्तांतरित लाभ) योजना के तहत 4 करोड़ से अधिक नकली या निष्क्रिय घरेलू LPG कनेक्शनों को निष्क्रिय कर दिया है। यह कदम एलपीजी सब्सिडी के दुरुपयोग को रोकने और वास्तविक लाभार्थियों तक सहायता पहुंचाने के लिए उठाया गया है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संसद में यह जानकारी दी।
आधार आधारित सत्यापन से बढ़ी पारदर्शिता
सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों में आधार कार्ड से सत्यापन, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और केंद्रीकृत LPG डाटाबेस की प्रमुख भूमिका रही है। इससे सब्सिडी के स्थानांतरण में पारदर्शिता बढ़ी है और गलत लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें हटाया गया है।
- 1 जुलाई 2025 तक, देश के 33.05 करोड़ सक्रिय LPG उपभोक्ताओं में से 92.44% ने अपने आधार को सिस्टम में अपडेट किया है।
- DBTL से जुड़े 30.63 करोड़ उपभोक्ताओं में 86.78% आधार प्रमाणीकरण के लिए पूर्णतः योग्य पाए गए हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में सुधार
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 67% लाभार्थियों ने बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण पूरा कर लिया है, जो अब नए कनेक्शन के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, 8.49 लाख उज्ज्वला कनेक्शनों और 12,000 निष्क्रिय खातों को समाप्त किया गया है।
डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड और निरीक्षण प्रणाली
सब्सिडी चोरी को रोकने के लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड (DAC) प्रणाली लागू की है। अब उपभोक्ताओं को SMS के ज़रिए गैस बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक की जानकारी दी जाती है। FY25 में 194 करोड़ गैस सिलेंडरों की डिलीवरी हुई, जिनमें केवल 0.08% शिकायतें दर्ज की गईं।
PAHAL योजना कैसे काम करती है?
PAHAL (Pratyaksh Hanstantrit Labh) योजना के अंतर्गत उपभोक्ता बाज़ार दर पर सिलेंडर खरीदता है और सब्सिडी की राशि उसके बैंक खाते में सीधे स्थानांतरित कर दी जाती है। योजना के दो प्रकार हैं:
- आधार आधारित DBT: उपभोक्ता का आधार बैंक और गैस कनेक्शन दोनों से जुड़ा होता है।
- गैर-आधार विकल्प: जब आधार लिंक नहीं है, तब बैंक खाता सीधे उपभोक्ता संख्या से जुड़ा होता है।
PAHAL योजना के उद्देश्य
- सब्सिडी में होने वाली चोरी को रोकना।
- वास्तविक उपभोक्ताओं तक लाभ पहुंचाना।
- सिलेंडर की उपलब्धता और डिलीवरी में सुधार।
- नकली या डुप्लिकेट कनेक्शनों को समाप्त करना।
- सब्सिडी में आत्मनिर्णय की सुविधा प्रदान करना।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- PAHAL योजना दुनिया का सबसे बड़ा नकद हस्तांतरण कार्यक्रम है, जिसमें 17 करोड़ से अधिक उपभोक्ता शामिल हैं।
- DBT प्रणाली ने LPG सब्सिडी वितरण में बिचौलियों को पूरी तरह समाप्त कर पारदर्शिता सुनिश्चित की है।
- Delivery Authentication Code (DAC) प्रणाली उपभोक्ता को अंतिम डिलीवरी के समय प्रमाणीकरण की सुविधा देती है।
- PMUY योजना के तहत अब बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।
यह कदम LPG सब्सिडी प्रणाली को मजबूत और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव है। सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक पात्र नागरिक को बिना किसी भ्रष्टाचार या गड़बड़ी के सीधा लाभ प्राप्त हो। PAHAL योजना न केवल सब्सिडी को सही स्थान तक पहुंचाती है, बल्कि यह सामाजिक सुरक्षा और वित्तीय समावेशन का एक सशक्त माध्यम भी बन चुकी है।