2025 ग्लोबल हंगर इंडेक्स: 2030 तक ज़ीरो हंगर का लक्ष्य अधूरा, 56 देश पीछे

2025 ग्लोबल हंगर इंडेक्स: 2030 तक ज़ीरो हंगर का लक्ष्य अधूरा, 56 देश पीछे

हाल ही में जारी 2025 ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) रिपोर्ट ने दुनिया में भूख की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई है। यह रिपोर्ट 10 अक्टूबर 2025 को प्रकाशित हुई और इसमें 136 देशों का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा गति से कम से कम 56 देश 2030 तक “कम भूख” की स्थिति तक भी नहीं पहुंच पाएंगे, जबकि “शून्य भूख” का लक्ष्य अब भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।

भूख के खिलाफ प्रगति में ठहराव

ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2025 में दुनिया का औसत स्कोर 18.3 रहा है, जो 2016 के 19.0 स्कोर से मामूली ही बेहतर है। इसका मतलब है कि पिछले लगभग एक दशक में वैश्विक स्तर पर भूख की स्थिति में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 42 देशों में भूख की स्थिति “गंभीर” या “चिंताजनक” बनी हुई है।
सात देशों — बुरुंडी, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, हैती, मेडागास्कर, सोमालिया, दक्षिण सूडान और यमन — में स्थिति “अत्यंत चिंताजनक” स्तर तक पहुंच गई है। 35 देशों में स्थिति “गंभीर” बनी हुई है और 27 देशों में 2016 के बाद से भूख में वृद्धि हुई है, जिससे पूर्व की प्रगति पर पानी फिर गया है।

क्षेत्रीय विषमताएँ और धीमी प्रगति

रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं, जहां भूख की समस्या अब भी गंभीर बनी हुई है। अफ्रीका के कई देशों में 2016 के बाद से भूख की स्थिति और भी खराब हुई है, विशेष रूप से कांगो, लाइबेरिया, मेडागास्कर, केन्या, सोमालिया और ज़ाम्बिया में।
पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में भी 2016 से अब तक मामूली सुधार ही देखा गया है। लातिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्र में भी भूख में कमी की गति धीमी पड़ गई है। पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में भूख का स्तर तुलनात्मक रूप से कम है, लेकिन प्रगति की रफ्तार यहां भी घट गई है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ग्लोबल हंगर इंडेक्स चार संकेतकों पर आधारित होता है: कुपोषण, बच्चों का अवरुद्ध विकास (स्टंटिंग), बच्चों का कम वजन (वेस्टिंग), और बाल मृत्यु दर।
  • 2025 में वैश्विक GHI स्कोर 18.3 रहा, जो “मध्यम” भूख की श्रेणी में आता है।
  • 56 देश 2030 तक “कम भूख” की स्थिति तक भी नहीं पहुँच पाएंगे, यदि वर्तमान गति बनी रही।
  • रिपोर्ट आयरिश संगठन Concern Worldwide, जर्मन संस्था Welthungerhilfe, और IFHV द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई है।
Originally written on October 16, 2025 and last modified on October 16, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *