2025 के टाइम मैगज़ीन ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ में भारतीय‑अमेरिकी व्यक्तित्वों की प्रमुख भूमिका

2025 के टाइम मैगज़ीन ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ में भारतीय‑अमेरिकी व्यक्तित्वों की प्रमुख भूमिका

गत वर्ष के अंत में टाइम मैगज़ीन ने 2025 का पर्सन ऑफ द ईयर “द आर्किटेक्ट्स ऑफ एआई” के रूप में नामित किया, जिसमें उन व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को तकनीक, समाज और शक्ति के संगम पर आकार दे रहे हैं। इस सूची में दो भारतीय‑अमेरिकी नाम— करणदीप आनंद और श्रीराम कृष्णन— विशेष रूप से शामिल हैं, जिनके काम ने AI के व्यक्तिगत जीवन से लेकर वैश्विक भू‑राजनीति तक व्यापक प्रभाव को उजागर किया है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब केवल शोध‑प्रयोग या तकनीकी परख नहीं रही; यह रोज़मर्रा के उत्पादों, राष्ट्रीय नीतियों और संस्थागत निर्णयों का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। 2025 के सम्मान ने ऐसे नेताओं को प्रमुखता दी है जो अकेले आविष्कारक नहीं, बल्कि जटिल प्रणालियों के निर्माता और संरक्षक हैं।

मानव‑केंद्रित AI और करणदीप आनंद

करणदीप आनंद, Chief Executive Officer के रूप में Character.AI का नेतृत्व करते हैं, जहाँ उनका फोकस AI के भावनात्मक एवं संवादात्मक पहलुओं पर रहा है। Character.AI एक ऐसा मंच है जो उपयोगकर्ताओं को संवादी और कल्पनाशील AI इंटरैक्शन्स प्रदान करता है। यहाँ AI केवल एक उत्पादक उपकरण नहीं, बल्कि एक डिजिटल साथी के रूप में सामने आता है।

युवा उपयोगकर्ताओं के बीच Character.AI की तीव्र लोकप्रियता ने यह संकेत दिया कि AI एकाकीपन, कनेक्शन की आवश्यकता और सामाजिक जुड़ाव से निपटने का एक नया तरीका बन रहा है। हालांकि, इसी के साथ यह प्रश्न भी उठे कि AI कितनी गहराई तक मानव भावनात्मक जीवन में समा सकता है— इसका भावनात्मक निर्भरता, सुरक्षा और नैतिक सीमाओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इन चिंताओं और चर्चाओं के बीच आनंद एक केंद्रीय स्थान पर हैं, जो यह तय करने में मदद कर रहे हैं कि AI को कुल कितना मानव‑केंद्रित और कितना नैतिक रूप से उत्तरदायी बनाया जाना चाहिए।

AI को रणनीतिक शक्ति के रूप में पहचानते श्रीराम कृष्णन

श्रीराम कृष्णन का कार्यक्षेत्र पूर्णतः भिन्न दिशा में है। वे व्हाइट हाउस में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं, जहाँ उनका मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकी उन्नति को राष्ट्रीय हित के अनुरूप बनाना है। उनकी सोच में AI को केवल एक तकनीकी नवाचार नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा (critical infrastructure) के रूप में देखा जाता है— जहाँ डेटा सेंटर्स, चिप्स और विनियमन राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा और सुरक्षा से सीधे जुड़े हैं।

कृष्णन का करियर तकनीकी कंपनियों, वेंचर कैपिटल और सरकारी नीतिगत सलाह के क्षेत्रों में फैला हुआ है, जो इस बात को दर्शाता है कि AI के तेजी से तैनाती और नीति‑बाधाओं को कम करने के लिए किस प्रकार से तालमेल बनाना आवश्यक है ताकि संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक AI नेतृत्व में अग्रणी बना रहे।

भारतीय‑अमेरिकी नेतृत्व और AI युग

करणदीप आनंद और श्रीराम कृष्णन की पहचान इस व्यापक प्रवृत्ति का उदाहरण है जिसमें भारतीय‑अमेरिकी नेतृत्व AI के युग में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। Sundar Pichai, Satya Nadella, Arvind Krishna, Aravind Srinivas जैसे नाम इस बदलाव में अग्रणी हैं, जो बड़ी तकनीकी कंपनियों और संस्थानों को AI संक्रमण के दौर से आगे बढ़ा रहे हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • 2025 के पर्सन ऑफ द ईयर में “द आर्किटेक्ट्स ऑफ AI” को चुना गया है जो नेतृत्व, नीति और तकनीक के संगम पर काम करते हैं।
  • Character.AI एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को संवादात्मक और काल्पनिक AI अनुभव प्रदान करता है।
  • AI को अब केवल तकनीकी अविष्कार के रूप में नहीं, बल्कि रणनीतिक और बुनियादी ढांचे के रूप में देखा जा रहा है।
  • भारतीय‑अमेरिकी तकनीकी नेतृत्व विश्वभर में AI के विकास और अनुप्रयोग के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक बन चुका है।

समग्र रूप से, 2025 का पर्सन ऑफ द ईयर AI को एक ऐसे सामाजिक‑रणनीतिक ढांचे के रूप में मान्यता देता है जो हमारे व्यक्तिगत अनुभवों और वैश्विक शक्ति संरचनाओं दोनों को गहराई से प्रभावित कर रहा है।

Originally written on December 12, 2025 and last modified on December 12, 2025.

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