2024 में भारतीय वायुसेना के प्रमुख अभ्यास : मुख्य बिंदु

भारतीय वायु सेना (IAF) 2024 में तीन प्रमुख अभ्यास आयोजित करेगी, जिसमें भारत के रक्षा बलों में एकजुटता पर जोर दिया जाएगा क्योंकि वे थिएटर कमांड स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे। मुख्य फोकस क्षेत्र आधुनिक युद्ध में एकीकरण और समन्वय हैं।
वायु शक्ति-2024
- पहला अभ्यास, वायु शक्ति-2024, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू बेड़े की मारक क्षमता का प्रदर्शन करेगा।
- यह 17 फरवरी को जैसलमेर में एक प्रमुख मारक क्षमता शो के रूप में आयोजित किया जाएगा।
- IAF अपने सभी फ्रंटलाइन विमानों जैसे राफेल, Su-30MKI, LCA तेजस , मिराज 2000 और मिग -29 का उपयोग करेगा। वे निर्धारित ज़मीनी लक्ष्यों पर अलग-अलग मिसाइलें और बम लॉन्च करेंगे।
- हमलावर हेलीकॉप्टरों सहित भारतीय सेना और नौसेना के तत्व भी अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
गगनशक्ति अभ्यास
- अगला युद्धाभ्यास गगनशक्ति अभ्यास है, जिसे अप्रैल 2024 के लिए योजनाबद्ध किया गया है। इसमें लद्दाख से हिंद महासागर और भुज से अरुणाचल प्रदेश तक संपूर्ण भारतीय वायुसेना की पूर्ण पैमाने पर सक्रियता देखी जाएगी।
- भारतीय वायुसेना के लगभग सभी लड़ाकू बेड़े, परिवहन, हेलीकॉप्टर और ड्रोन सीमाओं पर आक्रामक और रक्षात्मक युद्धाभ्यास में भाग लेंगे।
- एस-400 वायु रक्षा प्रणाली जैसी प्रमुख संपत्तियां भी पश्चिमी और उत्तरी मोर्चों पर सक्रिय की जाएंगी।
- भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों और पी-8आई और मिग-29के जैसी नौसैनिक संपत्तियों के बीच घनिष्ठ समन्वय होगा।
तरंग शक्ति-2024
- तीसरा अभ्यास तरंग शक्ति-2024 नामक पहला बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास है।
- इसमें जर्मनी, फ्रांस, इटली और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसी प्रमुख वायु सेनाओं की भागीदारी देखने को मिल सकती है।
- फिलहाल जोधपुर एयरबेस पर अगस्त 2024 में वॉरगेम की योजना बनाई गई है। जून तक सटीक विदेशी प्रतिभागियों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
- पिछले साल, भारतीय वायुसेना ने यूरोप, पश्चिम एशिया और एशिया-प्रशांत में बहुराष्ट्रीय अभ्यासों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया था।
Originally written on
January 30, 2024
and last modified on
January 30, 2024.