1971 के युद्ध की समृति में विजय दिवस कब मनाया जाता है?

16 दिसम्बर को प्रतिवर्ष भारत में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, यह 1971 के युद्ध में भारत की विजय का प्रतीक है। इस दिवस के अवसर पर 1971 के युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों के सम्मान में श्रद्धांजली समर्पित की जाती है। इस युद्ध के द्वारा बांग्लादेश पाकिस्तान से स्वतंत्र हुआ और पाकिस्तानी सेना को भारत के सामने बिना किसी शर्त आत्म-समर्पण करना पड़ा। इस युद्ध में भारत के 2500-3843 सैनिक शहीद हुए थे। दूसरी ओर पाकिस्तान के लगभग 9000 सैनिक इस युद्ध में मारे गये थे।
1971 के युद्ध में शहीद वीर सैनिकों के सम्मान में नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास अमर जवान ज्योति का निर्माण करवाया गया था। इसका उद्घाटन 26 जनवरी, 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी द्वारा किया गया था।
1947 में भारत का विभाजन करके नया देश पाकिस्तान अस्तित्व में आया था, पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा “पूर्वी पाकिस्तान” (वर्तमान बांग्लादेश) था। पूर्वी पाकिस्तान भौगोलिक रूप से पाकिस्तान से काफी दूर था, इसके अलावा यह भाषाई व सांस्कृतिक रूप से पाकिस्तान से काफी अलग था। अतः समय के साथ-साथ पूर्वी पाकिस्तान में स्वतंत्रता की मांग उठने लगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 का युद्ध दो मोर्चों पर लड़ा गया था। इस युद्ध की शुरुआत 3 दिसम्बर, 1971 को हुई थी। इस युद्ध में पूर्वी तथा पश्चिमी मोर्चे पर भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान की हार हुई। जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के लेफिनेंट जनरल ए.ए. के. नियाजी ने 16 दिसम्बर, 1971 को आत्मसमर्पण पत्र पर हस्ताक्षर करने पड़े, उनके साथ 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भी आत्मसमर्पण किया। इस युद्ध के साथ ही पूर्वी पाकिस्तान को स्वतंत्रता प्राप्त हुई तथा वह बांग्लादेश के रूप में एक नया राष्ट्र बना।

Originally written on April 29, 2018 and last modified on April 29, 2018.

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