हैदराबाद में सेमीकंडक्टर इनोवेशन म्यूज़ियम का उद्घाटन: भारत के तकनीकी भविष्य की नई झलक

भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हैदराबाद में रविवार को T-Chip (टेक्नोलॉजी चिप इनोवेशन प्रोग्राम) द्वारा सेमीकंडक्टर इनोवेशन म्यूज़ियम का भव्य उद्घाटन हुआ। यह म्यूज़ियम न केवल आम जनता के लिए एक तकनीकी ज्ञान का केंद्र बनेगा, बल्कि देश में नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को भी प्रोत्साहित करेगा।
तकनीकी नवाचार का जीवंत प्रदर्शन
यह म्यूज़ियम सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी से जुड़े वर्तमान और भविष्य के नवाचारों का मंच बनकर उभरा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ह्यूमनोइड रोबोट, रोबोटिक पेट कंपैनियन, भारत की पहली स्वदेशी AI चिप, पुनः उपयोग में आने वाला रॉकेट इंजन, अगली पीढ़ी की इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक और अत्याधुनिक डिस्प्ले सिस्टम जैसे प्रदर्शन शामिल हैं। ये सभी प्रदर्शनी आम नागरिकों को तकनीकी विकास के साथ जोड़ने का कार्य करेंगी।
इनोवेशन रेजिडेंसी मॉडल: एक सहयोगात्मक मंच
म्यूज़ियम में हर महीने एक 30-दिवसीय इनोवेशन रेजिडेंसी मॉडल की शुरुआत की जाएगी, जिसके अंतर्गत स्टार्टअप्स, अनुसंधान संस्थान और वैश्विक नवाचारकर्ता अपने विचार और उत्पाद प्रदर्शित कर सकेंगे। यह मंच निवेशकों, शैक्षणिक जगत और नवप्रवर्तकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा और भारत के तकनीकी परिदृश्य को सशक्त बनाने में सहायक होगा।
नीति-निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों की उपस्थिति
इस ऐतिहासिक उद्घाटन कार्यक्रम में पूर्व हरियाणा राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, तेलंगाना के खेल और युवा मामलों के मंत्री वाकीति श्रीहरि, विभिन्न विधायक और वरिष्ठ नीति-निर्माता शामिल हुए। बंडारू दत्तात्रेय ने इस पहल को भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के लिए मील का पत्थर बताया, वहीं मंत्री श्रीहरि ने राज्य सरकार की नीति और नवाचार को प्रोत्साहित करने की रणनीतियों पर प्रकाश डाला।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत का सेमीकंडक्टर बाजार 2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
- भारत ने 2021 में सेमीकंडक्टर मिशन की शुरुआत की थी, जिसके तहत चिप निर्माण को बढ़ावा देने के लिए 76,000 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई।
- हैदराबाद को ‘सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया’ के रूप में भी देखा जाता है, विशेषकर IT और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में।
- सेमीकंडक्टर तकनीक का उपयोग मोबाइल, कंप्यूटर, रक्षा उपकरणों, ऑटोमोबाइल और स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक रूप से होता है।