हैदराबाद में अदानी ग्रुप का बड़ा निवेश: 40 मेगावॉट का एआई ग्रीन डेटा सेंटर स्थापित होगा
अदानी ग्रुप ने हैदराबाद में 40 मेगावॉट क्षमता वाले अत्याधुनिक एआई ग्रीन डेटा सेंटर की स्थापना की घोषणा की है। यह परियोजना ग्लोबल समिट के दौरान प्रस्तुत की गई, जिसका उद्देश्य भारत के तीव्र डिजिटल परिवर्तन को गति देना और टिकाऊ तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करना है।
डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण निवेश
₹2,500 करोड़ की लागत से बनने वाला यह डेटा सेंटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड सेवाएं और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग पर केंद्रित होगा। यह अगली पीढ़ी का केंद्र होगा जो भारत की डेटा प्रबंधन, विश्लेषण और डिजिटल नवाचार क्षमताओं को सुदृढ़ करेगा। इस परियोजना से देश में एआई-तैयार इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
तेलंगाना में अदानी ग्रुप की बढ़ती उपस्थिति
तेलंगाना राज्य में अदानी ग्रुप पहले ही ₹10,000 करोड़ से अधिक का निवेश कर चुका है। इनमें एक प्रमुख पहल रक्षा और एयरोस्पेस पार्क की स्थापना है, जहां भारत की पहली मानव रहित हवाई वाहन (UAV) निर्माण इकाई स्थित है। यह यूनिट लंबी दूरी तक उड़ान भरने वाले यूएवी का निर्माण करती है, जो देश की रक्षा जरूरतों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी निर्यात किए जाते हैं।
बुनियादी ढांचा और औद्योगिक योगदान
अदानी ग्रुप ने तेलंगाना में सड़क निर्माण परियोजनाओं में ₹4,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया है। इसके तहत मंछेरियल, सूर्यापेट, कोडाड और खम्मम जैसे प्रमुख जिलों को जोड़ने वाली 100 किलोमीटर से अधिक की सड़कों का निर्माण हुआ है। साथ ही, अदानी सीमेंट ने उन्नत निर्माण इकाइयों के माध्यम से ₹2,000 करोड़ से अधिक का निवेश कर राज्य के निर्माण क्षेत्र को भी समर्थन प्रदान किया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- हैदराबाद में बनने वाला एआई ग्रीन डेटा सेंटर 40 मेगावॉट क्षमता का होगा, जिसकी लागत ₹2,500 करोड़ है।
- तेलंगाना में अदानी ग्रुप का कुल निवेश ₹10,000 करोड़ से अधिक है।
- भारत की पहली UAV निर्माण इकाई अदानी के डिफेंस पार्क में है।
- अदानी ग्रुप ने राज्य में 100 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण कराया है।
तेलंगाना की तकनीकी और विकास नीति को प्रोत्साहन
यह नई डेटा सेंटर परियोजना हैदराबाद की डिजिटल और तकनीकी हब बनने की रणनीति के अनुरूप है। इसमें टिकाऊ ऊर्जा के उपयोग के साथ उच्च स्तरीय कंप्यूटिंग को एकीकृत किया जाएगा। यह केंद्र न केवल उद्यमों और सरकारी सेवाओं को समर्थन देगा, बल्कि उभरते हुए एआई इकोसिस्टम को भी सशक्त बनाएगा, जिससे तेलंगाना भारत के डिजिटल भविष्य में एक प्रमुख भूमिका निभा सकेगा।