हिमालय का दुर्लभ प्राणी: हिम तेंदुए की घटती आनुवंशिक विविधता और संरक्षण की चुनौती

“घोस्ट ऑफ द माउंटेन्स” के नाम से प्रसिद्ध हिम तेंदुआ, जो भारत सहित 12 एशियाई देशों की ऊबड़-खाबड़ पर्वतीय श्रृंखलाओं में पाया जाता है, आज गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में PNAS (Proceedings of the National Academy of Sciences) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हिम तेंदुए में दुनिया के सभी बड़े बिल्ली प्रजातियों में सबसे कम आनुवंशिक विविधता पाई जाती है—यहाँ तक कि घटती आबादी वाले चीते से भी कम।
आनुवंशिक विविधता की कमी और उसका कारण
इस शोध में 37 हिम तेंदुओं के जीनोम डेटा का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में पाया गया कि आनुवंशिक विविधता की यह कमी हाल की इनब्रिडिंग (आपसी प्रजनन) का परिणाम नहीं, बल्कि लंबे समय से सीमित आबादी के कारण उत्पन्न हुई है।
इसका एक सकारात्मक पहलू यह है कि समय के साथ “खराब” म्यूटेशन खुद-ब-खुद खत्म हो गए हैं, जिससे उनकी शारीरिक संरचना में गंभीर रोगों की संभावना कम हो गई है। यह एक प्रकार का “जेनेटिक पर्जिंग” है, जिसमें अस्वस्थ जीन स्वाभाविक रूप से बाहर हो जाते हैं।
फिर भी संकट टला नहीं है
हालांकि हिम तेंदुए वर्तमान में अपेक्षाकृत स्वस्थ हैं, वैज्ञानिकों का मानना है कि कम आनुवंशिक विविधता और छोटी आबादी उन्हें भविष्य के जलवायु परिवर्तन और मानवजनित चुनौतियों से लड़ने में अक्षम बना सकती है।
इनकी आज की प्रमुख चुनौतियाँ हैं:
- जलवायु परिवर्तन और बर्फबारी की अवधि में कमी
- प्राकृतिक आवास का क्षरण
- शिकार और अवैध व्यापार
- भोजन (जैसे हिमालयी आइबेक्स) की कमी
- चराई व भूमि उपयोग परिवर्तन
- सीमा क्षेत्रों में भारी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास
भारत में हिम तेंदुए की स्थिति
एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में लगभग 718 हिम तेंदुए पाए जाते हैं:
- लद्दाख – 477
- उत्तराखंड – 124
- हिमाचल प्रदेश – 51
- अरुणाचल प्रदेश – 36
- सिक्किम – 21
- जम्मू-कश्मीर – 9
यह आंकड़ा वैश्विक आबादी का 10-15% है, जो भारत को संरक्षण प्रयासों में एक प्रमुख देश बनाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- हिम तेंदुए IUCN रेड लिस्ट में पहले “अत्यंत संकटग्रस्त” थे, लेकिन 2017 में “संकटग्रस्त” से “कम संकटग्रस्त” में डाला गया।
- ये मुख्यतः 4,000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर पाए जाते हैं।
- भारत का Project Snow Leopard हिम तेंदुए के संरक्षण हेतु एक राष्ट्रीय पहल है।
- वैश्विक स्तर पर 4,500 से 7,500 हिम तेंदुए बचे हैं।