हिमाचल में बर्फीले तेंदुए की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि: सर्वेक्षण में नई प्रजातियाँ भी दर्ज

हिमाचल में बर्फीले तेंदुए की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि: सर्वेक्षण में नई प्रजातियाँ भी दर्ज

वन्यजीव संरक्षण की दिशा में हिमाचल प्रदेश ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। राज्य के वन विभाग की वाइल्डलाइफ विंग द्वारा जारी किए गए नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार, बर्फीले तेंदुए (Snow Leopard) की संख्या वर्ष 2021 में 51 से बढ़कर अब 83 हो गई है। यह संख्या शावकों को छोड़कर है, और यह आंकड़ा राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फैले 26,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में हुए व्यापक सर्वेक्षण का परिणाम है।

व्यापक सर्वेक्षण और प्रमुख निष्कर्ष

यह हिमाचल का दूसरा राज्यव्यापी आकलन था, जिसे प्रकृति संरक्षण फाउंडेशन (Nature Conservation Foundation) के सहयोग से एक वर्ष की अवधि में पूरा किया गया। इस सर्वेक्षण में लगभग 271 कैमरा ट्रैप लगाए गए, जो मुख्य रूप से स्पीति घाटी, किन्नौर, पांगी, लाहौल और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क जैसे दुर्गम क्षेत्रों में थे। इन कैमरों ने 44 अद्वितीय बर्फीले तेंदुओं की कुल 262 बार उपस्थिति दर्ज की।
घनत्व विश्लेषण से पता चला कि बर्फीले तेंदुए की संख्या प्रति 100 वर्ग किलोमीटर में 0.16 से 0.53 के बीच है, जिसमें स्पीति, पिन घाटी, ऊपरी किन्नौर और ताबो क्षेत्र में सबसे अधिक घनत्व दर्ज किया गया।

संरक्षण की दिशा में सामुदायिक भागीदारी

इस बार का सर्वेक्षण यह भी दर्शाता है कि कई बर्फीले तेंदुओं की उपस्थिति संरक्षित क्षेत्रों के बाहर जैसे कि किब्बर वन्यजीव अभयारण्य, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, सेचू तुंन नाला अभयारण्य और आसरंग अभयारण्य में भी दर्ज की गई। यह स्थानीय समुदायों की भागीदारी की आवश्यकता को रेखांकित करता है और सामुदायिक संरक्षण प्रयासों को बढ़ावा देने की आवश्यकता को उजागर करता है।
सर्वेक्षण में पहली बार एक स्थानीय महिलाओं की टीम ने डेटा विश्लेषण में भाग लिया, जो वैश्विक स्तर पर एक अनूठा प्रयास माना जा रहा है। यह समावेशी संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना जिसने राज्यव्यापी स्तर पर बर्फीले तेंदुए की जनगणना पूरी की।
  • सर्वेक्षण में पहली बार पैलस की बिल्ली (Pallas’s cat) की आधिकारिक उपस्थिति किन्नौर में दर्ज की गई।
  • लाहौल क्षेत्र में ऊन वाली उड़न गिलहरी (Woolly Flying Squirrel) की पुनः खोज भी इस सर्वेक्षण का एक विशेष परिणाम रहा।
  • इस अध्ययन ने हिमालयन वुल्फ, भूरा भालू, रेड फॉक्स, स्टोन मार्टन, येलो-थ्रोटेड मार्टन सहित कई स्तनधारियों की उपस्थिति को भी अद्यतन किया।
Originally written on October 4, 2025 and last modified on October 4, 2025.

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