हाल ही में भारतीय वायुसेना ने कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगाँठ को किस एयरबेस में मनाया?

उत्तर –  ग्वालियर

भारतीय वायुसेना ने कारगिल युद्ध (मई-जुलाई, 1999) की 20वीं सालगिरह ग्वालियर के एयर बेस में मनाई, इस दौरान टाइगर हिल अटैक जैसी कई महत्वपूर्ण घटनाओं का नाट्यरूपांतरण किया गया। इस इवेंट में एयर चीफ बी.एस. धनोआ मुख्य अतिथि थे।

नोट : कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है।

पृष्ठभूमि

फरवरी, 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर में शान्ति के लिए लाहौर समझौता हुआ था। इसी दौरान कुछ पाकिस्तानी घुसपैठिये भारतीय सीमा में प्रवेश कर गये, घुसपैठ के कार्य को ‘ऑपरेशन बद्र’ नाम दिया गया था। पाकिस्तानी घुसपैठ का उद्देश्य कश्मीर और लद्दाख के बीच के संपर्क को काटना था, जिससे भारतीय सेना को सियाचीन ग्लेशियर से वापस हटना पड़े। इन घुसपैठियों ने योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया। इस घुसपैठ का दायरा 130 से 200 वर्ग किलोमीटर था।

इस गंभीर सकंट से निपटने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन विजय’ लांच किया और इस कार्य के लिए 2,00,000 सैनिकों को भेजा गया। 60 दिन तक चले इस ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना ने अपने क्षेत्र पर पुनः नियंत्रण स्थापित कर लिया। यह ऑपरेशन 26 जुलाई, 1999 को पूरा हुआ। इस दौरान भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए। इस युद्ध में लगभग 450 पाकिस्तानी घुसपैठियों की मृत्यु हुई थी।

टाइमलाइन

4 मई, 1999 : पाकिस्तानी घुसपैठिये कारगिल को चोटी पर देखे गए

5-15 मई, 1999 : क्षेत्र का मुआयना करने गए कैप्टेन सौरभ कालिया का पाकिस्तानी सैनिकों ने अपहरण किया, प्रताड़ित करने के बाद उनकी हत्या की गयी।

26 मई, 1999 : MiG 21, MiG 27, जैगुआर और मिराज 2000 द्वारा घुसपैठियों पर हमले किये गये।

15 जून, 1999 : तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को कारगिल से अपने सैनिक वापस हटाने के लिए कहा।

29 जून, 1999  : भारतीय सेना ने टाइगर हिल के निकट दो महत्वपूर्ण स्थानों पर नियंत्रण स्थापित किया।

4 जुलाई, 1999 : आर्टिलरी का उपयोग, टाइगर पर विजय।

5 जुलाई, 1999 : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कारगिल से सैनिकों की वापसी की घोषणा की।

11 जुलाई, 1999 : पाकिस्तानी सैनिकों की वापसी शुरू।

26 जुलाई, 1999 : सभी पाकिस्तानी घुसपैठियों को कारगिल से खदेड़ दिया गया।

Originally written on June 29, 2019 and last modified on June 29, 2019.

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