‘हाई सीज ट्रीटी’ की ओर बढ़ता विश्व: यूएन महासागर सम्मेलन 2025 की प्रमुख उपलब्धियाँ

फ्रांस में संपन्न हुए संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC) 2025 में समुद्री पारिस्थितिकी की रक्षा के लिए ऐतिहासिक प्रगति हुई है। इस सम्मेलन में ‘हाई सीज ट्रीटी’ कहे जाने वाले “राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता (BBNJ)” समझौते को 56 देशों ने औपचारिक रूप से मंजूरी दी, जिससे यह समझौता प्रभावी होने की कगार पर है। यह कदम वैश्विक समुद्री संसाधनों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।

UNOC और BBNJ समझौते का महत्व

UNOC का मुख्य उद्देश्य वैश्विक समुद्री क्षेत्रों की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों को तेज करना है। यह सम्मेलन विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्रों में समुद्री संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना, अत्यधिक मछली पकड़ने और समुद्री खनन पर नियंत्रण जैसे विषयों पर केंद्रित था। BBNJ समझौता, जिसका लक्ष्य इन क्षेत्रों में जैव विविधता की रक्षा करना है, तभी प्रभावी होगा जब 60 देश इसे औपचारिक रूप से अनुमोदित कर दें। अभी तक 160 देशों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन अनुमोदन प्रक्रिया धीमी है। भारत ने अभी तक इस समझौते की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इसकी प्रक्रिया में है।

प्रमुख उपलब्धियाँ और घोषणाएँ

  • यूरोपीय आयोग ने समुद्री संरक्षण, विज्ञान और सतत मछली पालन के लिए 1 अरब यूरो के निवेश की घोषणा की।
  • फ्रेंच पॉलिनेशिया ने लगभग 50 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री संरक्षित क्षेत्र बनाने की घोषणा की।
  • न्यूज़ीलैंड ने प्रशांत द्वीपों में समुद्री प्रबंधन और विज्ञान के लिए 52 मिलियन डॉलर की सहायता दी।
  • जर्मनी ने बाल्टिक और उत्तर सागर में पुराने युद्धकालीन हथियारों की सफाई के लिए 100 मिलियन यूरो का आपातकालीन कार्यक्रम शुरू किया।
  • पनामा और कनाडा के नेतृत्व में 37 देशों ने ‘हाई एंबिशन कोएलिशन फॉर ए क्वाइट ओशन’ की शुरुआत की, जो समुद्री ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने का प्रयास है।
  • इटली ने समुद्री संरक्षित क्षेत्रों में तटीय सुरक्षा बढ़ाने के लिए 6.5 मिलियन यूरो देने की घोषणा की।
  • कनाडा ने जलवायु परिवर्तन से प्रभावित छोटे द्वीप देशों के लिए 9 मिलियन डॉलर की सहायता दी।
  • स्पेन ने पांच नए समुद्री संरक्षित क्षेत्रों की घोषणा की, जिससे उसके समुद्री क्षेत्र का 25% हिस्सा संरक्षित हो जाएगा।
  • संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने ‘वन ओशन फाइनेंस’ नामक नई वित्तीय योजना की शुरुआत की, जिससे महासागर आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ‘हाई सीज ट्रीटी’ BBNJ समझौता संयुक्त राष्ट्र की देखरेख में समुद्रों की वैश्विक संपदा के संरक्षण के लिए बनाया गया है।
  • 60 देशों की पुष्टि के बाद ही यह समझौता कानूनी रूप से प्रभावी होगा; अब तक 56 देश इसे अनुमोदित कर चुके हैं।
  • फ्रेंच पॉलिनेशिया का समुद्री संरक्षित क्षेत्र दुनिया का सबसे बड़ा होगा।
  • ‘हाई एंबिशन कोएलिशन फॉर ए क्वाइट ओशन’ पहला वैश्विक प्रयास है समुद्री ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु।

निष्कर्ष

UNOC 2025 ने समुद्रों की रक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए अनेक ऐतिहासिक घोषणाएँ की हैं। BBNJ समझौते के लगभग पूर्ण अनुमोदन से यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक समुदाय अब महासागरों को ‘साझा संपत्ति’ मानते हुए उनके संरक्षण के लिए एकजुट हो रहा है। हालांकि, संसाधनों के व्यापारिक लाभ के बंटवारे जैसे विषय अभी भी चुनौती बने हुए हैं, फिर भी यह सम्मेलन समुद्री पारिस्थितिकी की रक्षा की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ है।

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