‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ के तहत भारत को तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड
भारत ने महिलाओं के स्वास्थ्य और रोगों की रोकथाम को बढ़ावा देने वाले ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ (SNSPA) के तहत तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल कर वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान बनाई है। यह राष्ट्रव्यापी अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 के बीच आयोजित किया गया था और इसे भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर माना जा रहा है।
स्वास्थ्य पंजीकरण में रिकॉर्ड-तोड़ उपलब्धियाँ
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत ने निम्नलिखित तीन गिनीज़ रिकॉर्ड अपने नाम किए:
- एक माह में सबसे अधिक लोगों का हेल्थकेयर प्लेटफ़ॉर्म पर पंजीकरण (3.21 करोड़)
- एक सप्ताह में सबसे अधिक लोगों द्वारा ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग के लिए ऑनलाइन पंजीकरण (9.94 लाख)
- एक सप्ताह में राज्य स्तर पर सबसे अधिक ऑनलाइन वाइटल साइन स्क्रीनिंग में भागीदारी (1.25 लाख)
इन उपलब्धियों से भारत की डिजिटल स्वास्थ्य अधोसंरचना की ताकत और नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने की क्षमता का प्रमाण मिलता है।
राष्ट्रव्यापी सहभागिता और समन्वय
अभियान की पहुंच देश के सभी ज़िलों तक रही, जिसके तहत 19.7 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए और 11 करोड़ से अधिक लोगों ने इनमें भाग लिया। इसमें 20 से अधिक मंत्रालयों, मेडिकल संस्थानों और निजी संगठनों की साझेदारी रही, जिससे यह ‘Whole-of-Government’ मॉडल की उत्कृष्ट मिसाल बना। पंचायती राज के पांच लाख से अधिक प्रतिनिधियों, 1.14 करोड़ छात्रों और 94 लाख स्वयं सहायता समूहों के सक्रिय योगदान ने इस अभियान को जमीनी स्तर पर अभूतपूर्व जनसहयोग प्रदान किया।
रोकथाम और महिला-केंद्रित स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
‘स्वस्थ नारी अभियान’ का फोकस महिलाओं की समग्र स्वास्थ्य जांच और प्रारंभिक स्तर पर रोग पहचान पर रहा। इस दौरान:
- 1.78 करोड़ उच्च रक्तचाप परीक्षण
- 1.73 करोड़ डायबिटीज़ स्क्रीनिंग
- 69.5 लाख मौखिक कैंसर की जांच
- 62.6 लाख गर्भावस्था पूर्व जांच
साथ ही, 2.14 करोड़ से अधिक लोगों ने परामर्श व वेलनेस सत्रों में भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अब परिवारों में संपूर्ण स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में ठोस बदलाव आ रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत ने 2025 में ‘स्वस्थ नारी अभियान’ के तहत 3 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए।
- एक माह में 3.21 करोड़ स्वास्थ्य प्लेटफ़ॉर्म पंजीकरण दर्ज किए गए।
- अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चला, जो ‘पोषण माह’ से भी जुड़ा रहा।
- 19.7 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविरों में 11 करोड़ लोगों ने भाग लिया।
डिजिटल नवाचार और सरकारी समन्वय की शक्ति
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस उपलब्धि को डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार और मंत्रालयों के बीच समन्वय की बढ़ती शक्ति का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल को “नारी शक्ति” का साक्षात रूप करार दिया और कहा कि एक स्वस्थ महिला ही एक सशक्त परिवार और विकसित भारत की नींव होती है। इस अभियान की सफलता न केवल आँकड़ों में रिकॉर्ड दर्शाती है, बल्कि यह भारत को एक समावेशी, स्वास्थ्य-सजग और महिला-केंद्रित राष्ट्र बनाने की दिशा में ठोस कदम है।