स्वर्णमुखी नदी पुनरुद्धार की दिशा में TUDA का विशेष अभियान: ऑपरेशन स्वर्ण

तिरुपति अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (TUDA) ने स्वर्णमुखी नदी को अतिक्रमण से मुक्त कर उसे पुनर्जीवित करने के लिए ‘ऑपरेशन स्वर्ण’ (Swarnamukhi Waterbody Action for River and Nala Awareness) की घोषणा की है। यह योजना न केवल नदी की पारंपरिक धारा को फिर से बहाल करने का प्रयास है, बल्कि इसके आसपास के पर्यावरण को भी सुरक्षित और सुंदर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना को मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, जिससे इसकी गंभीरता और प्रभावशीलता स्पष्ट होती है।
अभियान की रूपरेखा और उद्देश्य
स्वर्णमुखी नदी, जो पाकाला से निकलकर लगभग 130 किलोमीटर पूर्व दिशा में बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिलती है, तिरुपति और श्रीकालहस्ती जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक नगरों से होकर गुजरती है। TUDA की योजना के अनुसार, नदी के 50-70 किलोमीटर हिस्से की ड्रोन सर्वे के माध्यम से सीमांकन किया जाएगा और दोनों किनारों पर 50 मीटर की सीमा तय की जाएगी। इसके आधार पर अवैध अतिक्रमण की पहचान कर उसे हटाया जाएगा।
इस अभियान की निगरानी TUDA के उपाध्यक्ष के नेतृत्व में एक विशेष कार्यबल करेगा, जिसमें सिंचाई, सर्वेक्षण और राजस्व विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे। इस कार्यबल को अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध भी कदम उठाने के अधिकार दिए जाएंगे।
अतिक्रमण और भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई
TUDA अध्यक्ष डॉलर्स सी. दिवाकर रेड्डी ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती YSR कांग्रेस शासनकाल में नालों, टैंकों और यहाँ तक कि कब्रिस्तानों पर भी अवैध कब्जा कर, फर्जी सर्वे नंबरों के माध्यम से उन्हें बेच दिया गया। उन्होंने बताया कि 2021 की बाढ़ में अवैध निर्माण ध्वस्त हो गए, परंतु प्रभावित लोग किसी कानूनी दस्तावेज के अभाव में मुआवजा तक नहीं ले सके। TUDA ने पीड़ितों और जागरूक नागरिकों से आगे आकर भ्रष्ट अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराने की अपील की है।
पर्यटन और सौंदर्यीकरण की दिशा में पहल
इस परियोजना के अंतर्गत तिरुचनूर क्षेत्र में स्थित पद्मावती अम्मावारी मंदिर के पास नदी तट का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। एक विशेष पुल (culvert) का निर्माण किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश से पहले अपने हाथ-पैर धो सकें। इससे धार्मिक अनुभूति के साथ-साथ पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके अलावा, मुक्कोटी अगस्तेश्वर मंदिर पर भूमि पूजन के साथ इस अभियान की औपचारिक शुरुआत की जाएगी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- स्वर्णमुखी नदी आंध्र प्रदेश की एक प्रमुख नदी है जो पोट्टी श्रीरामुलु नेल्लोर जिले में बंगाल की खाड़ी में मिलती है।
- तिरुपति अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (TUDA) की स्थापना वर्ष 1981 में हुई थी, जो तिरुपति और आसपास के क्षेत्रों के नियोजित विकास की जिम्मेदारी निभाती है।
- HYDRAA मॉडल, हैदराबाद में जल निकायों की रक्षा के लिए अपनाया गया था, जिसकी तर्ज पर TUDA ने यह विशेष कार्यबल गठित करने की योजना बनाई है।
- पद्मावती अम्मावारी मंदिर, तिरुचनूर में स्थित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो तिरुपति बालाजी मंदिर की धार्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ है।
यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम पहल है, बल्कि यह शासन की पारदर्शिता, जिम्मेदारी और जनभागीदारी को भी दर्शाता है। यदि योजना के अनुसार कार्य होता है, तो स्वर्णमुखी नदी का पुनरुद्धार पूरे क्षेत्र के सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक परिदृश्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।