स्वच्छता ही सेवा 2025: देशभर में शुरू हुआ स्वच्छता का महाअभियान

आज से पूरे देश में ‘स्वच्छता ही सेवा’ (SHS) 2025 अभियान की नौवीं कड़ी की शुरुआत हो गई है। यह 15 दिवसीय राष्ट्रव्यापी अभियान 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन समाप्त होगा। इसका उद्देश्य है – देश के कोने-कोने में करोड़ों नागरिकों को स्वच्छता के प्रति एकजुट कर उच्च प्रभाव वाले सफाई अभियानों को अंजाम देना।
सामूहिक प्रयास से ज़मीन पर दिखेगा बदलाव
SHS 2025 को आवास और शहरी कार्य मंत्रालय तथा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया है। इस वर्ष का अभियान ‘स्वच्छता टारगेट यूनिट्स’ पर केंद्रित है — अर्थात् वे स्थान जो लंबे समय से गंदगी, उपेक्षा और अंधकार में डूबे हैं। इन स्थलों की पहचान कर वहाँ सामूहिक रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान में नागरिकों, सामाजिक संस्थाओं, सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों और स्वैच्छिक संगठनों को भागीदारी के लिए प्रेरित किया गया है, ताकि पूरे समाज को स्वच्छता के प्रति उत्तरदायी और सक्रिय बनाया जा सके।
दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल से होगी नई शुरुआत
अभियान की शुरुआत के अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल आज दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल स्थल का दौरा करेंगे। यह स्थल राजधानी का एक प्रमुख कूड़ा जमा स्थल रहा है और अब इसके कायाकल्प और सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। यह कदम स्वच्छता अभियान को महज़ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि व्यावहारिक और ज़मीनी स्तर पर प्रभावी बनाने की दिशा में एक मजबूत संकेत है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान पहली बार 2017 में शुरू किया गया था, और तब से यह हर वर्ष 2 अक्टूबर के आसपास आयोजित होता है।
- यह अभियान महात्मा गांधी के ‘स्वराज के लिए स्वच्छता’ के सिद्धांत से प्रेरित है।
- भारत सरकार का लक्ष्य 100% स्वच्छता कवरेज और सतत स्वच्छता व्यवहार को स्थायी बनाना है।
- भलस्वा लैंडफिल साइट दिल्ली की तीन प्रमुख डंपिंग साइट्स में से एक है, जिसका भार अब राजधानी पर बड़ा पर्यावरणीय बोझ बन चुका है।