स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) क्या है?

ओडिशा के बरगढ़ जिले के अधिकारियों ने हाल के हफ्तों में स्क्रब टाइफस संक्रमण के कारण कम से कम पांच मौतों की पुष्टि की है, जबकि चार अन्य लोगों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। मृतकों में से दो सोहेला ब्लॉक से थे, जबकि एक-एक जिले के अत्ताबिरा, भेडेन और बरपाली ब्लॉक से थे। अगस्त और सितंबर में इस क्षेत्र के नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें कुल चार रोगियों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई। बताया जा रहा है कि चारों मरीज ठीक हो रहे हैं।

स्क्रब टाइफस क्या है और यह कैसे फैलता है?

स्क्रब टाइफस एक वेक्टर जनित बीमारी है जो संक्रमित चिगर्स, जो कि लार्वा माइट्स हैं, के काटने से फैलती है। ये घुन आमतौर पर खेत, जंगलों और गाँव के तालाबों में मनुष्यों के संपर्क में आते हैं।

स्क्रब टाइफस आमतौर पर कब होता है?

बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस आम है।यह घुन आमतौर पर नदी के किनारे, घास वाले क्षेत्र और जंगल जैसे कुछ क्षेत्रों को पसंद करते हैं।

स्क्रब टाइफस के सामान्य लक्षण क्या हैं?

स्क्रब टाइफस के सामान्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और त्वचा पर काले, सूजन वाले निशान का विकास शामिल है।

स्क्रब टाइफस का निदान कैसे किया जाता है और इसका उपचार क्या है?

प्रभावी उपचार के लिए शीघ्र निदान महत्वपूर्ण है। लगातार बुखार वाले मरीजों को स्क्रब टाइफस के लिए एलिसा परीक्षण कराना चाहिए, जो जिला मुख्यालय अस्पतालों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में उपलब्ध है। इसके लिए उपचार उपलब्ध है और अगर तुरंत दिया जाए तो यह प्रभावी है।

Originally written on September 16, 2023 and last modified on September 16, 2023.

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