सौर ऊर्जा कणों की उत्पत्ति का पता लगाने में ESA के सोलर ऑर्बिटर को मिली सफलता

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और नासा के संयुक्त मिशन Solar Orbiter ने सूर्य की अनदेखी ध्रुवीय छवियों को कैद करने के बाद अब सूर्य से निकलने वाले ऊर्जावान इलेक्ट्रॉनों (Solar Energetic Electrons – SEE) की उत्पत्ति का भी पता लगाया है। हाल ही में Astronomy and Astrophysics पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है, जो सौर मौसम और अंतरिक्ष सुरक्षा को लेकर हमारी समझ को काफी गहरा बना सकता है।
SEE (Solar Energetic Electrons) क्या हैं?
SEE वे इलेक्ट्रॉन हैं जो सूर्य पर उत्पन्न होकर अंतरिक्ष में तीव्र गति से फेंके जाते हैं। सौर ऑर्बिटर ने इन इलेक्ट्रॉनों के दो स्रोतों की पहचान की है:
- सोलर फ्लेयर्स: सूर्य की सतह के छोटे हिस्सों से होने वाले विस्फोट
- कोरोनल मास इजेक्शन (CME): सूर्य के बाहरी वायुमंडल से अरबों टन प्लाज़्मा और चुंबकीय क्षेत्र का विशाल विस्फोट
सोलर ऑर्बिटर की विशेषताएँ और उपलब्धियाँ
- 2020 में लॉन्च हुआ सोलर ऑर्बिटर अब तक सूर्य के सबसे करीब पहुंचने वाला यान है।
- यह सूर्य की ध्रुवीय छवियाँ लेने वाला पहला यान भी है।
- इसके पास 10 उन्नत उपकरण हैं, जो सौर पवन, इलेक्ट्रॉन प्रवाह और सूर्य की सतह की दूरस्थ जांच करते हैं।
- नवंबर 2020 से दिसंबर 2022 के बीच, इसने 300 से अधिक SEE विस्फोटों का अवलोकन किया।
अध्ययन में पाया गया कि कभी-कभी SEE के अंतरिक्ष में पहुँचने में घंटों की देरी होती है, जो या तो देरी से उनके मुक्त होने या सेंसर तक पहुँचने में रुकावट के कारण हो सकता है। अंतरिक्ष के वातावरण में तूफान और कणों के बिखराव के कारण भी यह देरी हो सकती है।
सौर मौसम और पृथ्वी पर प्रभाव
सौर मौसम, सूर्य की गतिविधियों जैसे कि सोलर फ्लेयर, CME, और सौर पवन से प्रेरित होता है। इनका प्रभाव पृथ्वी पर कई तरह से पड़ता है:
- सैटेलाइट संचार और GPS में बाधा
- बिजली आपूर्ति में अस्थिरता
- अंतरिक्ष यात्रियों और उपग्रहों को उच्च-ऊर्जा कणों से खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, CME अधिक शक्तिशाली और खतरनाक होते हैं, क्योंकि इनमें ऊर्जा कणों की मात्रा अधिक होती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- Solar Orbiter को ESA और NASA ने 2020 में मिलकर लॉन्च किया था।
- यह सूर्य की 11-वर्षीय चुंबकीय चक्र, कोरोना की अत्यधिक गर्मी, और सौर पवन की गति जैसे प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए डिजाइन किया गया है।
- SEE का अध्ययन भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों और सुरक्षा उपायों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
- Meridiani Planum: 2004 में NASA के Opportunity Rover ने यहाँ मंगल ग्रह पर पहली बार जारोसाइट की पहचान की थी, जो पृथ्वी और मंगल के खनिज संबंधों को दर्शाता है।
ESA के वैज्ञानिक डैनियल म्यूलर के अनुसार, “Solar Orbiter से प्राप्त जानकारी भविष्य में अंतरिक्ष यानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगी।” यह मिशन न केवल सौर विज्ञान के रहस्यों को उजागर कर रहा है, बल्कि पृथ्वी पर जीवन की रक्षा के लिए आवश्यक वैज्ञानिक आधार भी तैयार कर रहा है।