सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका का ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक
सीरिया में सक्रिय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका ने एक बड़े सैन्य अभियान ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक की शुरुआत की है। यह कार्रवाई दिसंबर में हुए उस हमले के बाद की गई है, जिसमें तीन अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिकी प्रशासन ने इसे अपने सैन्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए एक कड़ा और प्रत्यक्ष जवाब बताया है।
हमले की पृष्ठभूमि और हताहत
इस अभियान की पृष्ठभूमि 13 दिसंबर को सीरियाई रेगिस्तान में हुए एक हमले से जुड़ी है, जिसका आरोप आईएसआईएस पर लगाया गया। इस हमले में आयोवा नेशनल गार्ड के दो सदस्य और एक अमेरिकी नागरिक दुभाषिया मारे गए। ये सभी पूर्वी सीरिया में तैनात अमेरिकी और गठबंधन बलों के साथ कार्य कर रहे थे। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, वर्षों की आतंकवाद-रोधी कार्रवाई के बावजूद आईएसआईएस के छोटे-छोटे सेल अब भी दूरदराज के रेगिस्तानी इलाकों में सक्रिय हैं।
अमेरिकी राजनीतिक और सैन्य प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने इन हवाई हमलों को “बहुत गंभीर प्रतिशोध” करार देते हुए चेतावनी दी कि अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, रक्षा मंत्री Pete Hegseth ने इस कार्रवाई को बदले की स्पष्ट घोषणा बताया। व्हाइट हाउस ने दोहराया कि अमेरिकी सैन्य और नागरिक कर्मियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह कोई नया युद्ध नहीं, बल्कि सीमित और लक्षित जवाब है।
ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक का स्वरूप
इस अभियान में अमेरिका ने अत्याधुनिक हवाई संसाधनों का उपयोग किया। इनमें एफ-15 ईगल लड़ाकू विमान, ए-10 थंडरबोल्ट II अटैक एयरक्राफ्ट और एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल थे। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इन विमानों ने आईएसआईएस के कई ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनका उद्देश्य संगठन के नेतृत्व, रसद और परिचालन क्षमताओं को कमजोर करना था। प्रशासन ने यह भी बताया कि सीरियाई सरकारी बलों को इन कार्रवाइयों की जानकारी दी गई थी और हाल के महीनों में सुरक्षा समन्वय बढ़ा है।
क्षेत्रीय और रणनीतिक महत्व
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है, जब अमेरिका में सीरिया में सैन्य उपस्थिति को लेकर बहस चल रही है। इसके बावजूद, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि भले ही आईएसआईएस को क्षेत्रीय रूप से पराजित किया जा चुका हो, लेकिन उसकी हमले करने की क्षमता अब भी बनी हुई है। ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक का उद्देश्य इसी खतरे को सीमित करना और क्षेत्र में सक्रिय शत्रुतापूर्ण तत्वों को एक मजबूत निवारक संदेश देना है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- इस्लामिक स्टेट की उत्पत्ति अल-कायदा इन इराक से हुई थी और उसने 2014 में खिलाफत की घोषणा की थी।
- अमेरिका के नेतृत्व वाला गठबंधन पूर्वी सीरिया में आईएसआईएस की वापसी रोकने के लिए तैनात है।
- ए-10 थंडरबोल्ट II विमान क्लोज एयर सपोर्ट के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं।
- नेशनल गार्ड इकाइयों को संघीय अधिकार के तहत विदेशों में तैनात किया जाता है।
कुल मिलाकर, ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक यह दर्शाता है कि अमेरिका सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता बनाए हुए है। यह अभियान न केवल आईएसआईएस की शेष क्षमताओं को कमजोर करने की कोशिश है, बल्कि अमेरिकी हितों और कर्मियों की सुरक्षा को लेकर एक स्पष्ट और सख्त संदेश भी देता है।