साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2025 हंगेरियन लेखक लास्ज़लो क्रास्नाहोर्काई को प्रदान

साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2025 हंगेरियन लेखक लास्ज़लो क्रास्नाहोर्काई को प्रदान

2025 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए हंगरी के प्रसिद्ध लेखक लास्ज़लो क्रास्नाहोर्काई को चुना गया है। यह घोषणा रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज़ ने 9 अक्टूबर को की। पुरस्कार समिति ने उन्हें यह सम्मान “महाकाव्यात्मक आतंक के बीच भी कला की शक्ति को पुनर्स्थापित करने वाले, उनके प्रेरणादायक और दूरदर्शी लेखन कार्य” के लिए दिया है।

साहित्यिक यात्रा और प्रमुख कृतियाँ

लास्ज़लो क्रास्नाहोर्काई का जन्म 1954 में हुआ था, एक ऐसे क्षेत्र में जो रोमानिया की सीमा के निकट स्थित है। उन्होंने 1985 में प्रकाशित अपने पहले उपन्यास ‘Sátántangó’ (‘Satantango’, अंग्रेज़ी संस्करण 2012) से हंगरी में साहित्यिक ख्याति प्राप्त की। यह उपन्यास बाद में विश्व स्तर पर भी चर्चित हुआ और इसे प्रतिष्ठित हंगेरियन फिल्म निर्देशक बेलातार द्वारा फिल्म में रूपांतरित किया गया।
उनकी हालिया प्रकाशित कृति ‘Herscht 07769’ को आधुनिक जर्मन समाज की सटीक और प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए एक “महान समकालीन जर्मन उपन्यास” कहा गया है। यह उपन्यास जर्मनी के थ्यूरिंजेन क्षेत्र के एक छोटे से कस्बे में व्याप्त सामाजिक अराजकता, हत्या और आगजनी को चित्रित करता है, और इसके पीछे जोहान सेबास्टियन बाख की संगीत विरासत की पृष्ठभूमि कार्य करती है। नोबेल समिति के अनुसार, यह उपन्यास “एक ही सांस में लिखा गया, जिसमें हिंसा और सौंदर्य असंभव रूप से जुड़े हुए हैं।”
अन्य प्रमुख रचनाओं में ‘Seiobo járt odalent’ (2008; अंग्रेज़ी अनुवाद ‘Seiobo There Below’, 2013) विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसमें 17 कहानियाँ फिबोनाच्ची अनुक्रम में व्यवस्थित हैं और वे सौंदर्य व कलात्मक सृजन की भूमिका पर केंद्रित हैं। उनकी 2003 की एक और प्रसिद्ध कृति ‘Északról hegy, Délről tó, Nyugatról utak, Keletről folyó’ (‘A Mountain to the North, a Lake to the South, Paths to the West, a River to the East’, 2022) ने भी साहित्यिक दुनिया में उन्हें विशिष्ट स्थान दिलाया।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • साहित्य का नोबेल पुरस्कार पिछले वर्ष (2024) दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को प्रदान किया गया था।
  • नोबेल पुरस्कारों की स्थापना अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के आधार पर की गई थी, जिनका उद्देश्य “मानवता के लिए सबसे बड़ा लाभ पहुंचाने वाले” कार्यों को सम्मानित करना था।
  • नोबेल पुरस्कार की राशि इस वर्ष 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग ₹1.03 करोड़) रखी गई है।
  • नोबेल पुरस्कार समारोह प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है।
Originally written on October 10, 2025 and last modified on October 10, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *