सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों का विलय

सरकार ने 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को विलय किया है जो अब 4 हो जायेंगे।

प्रस्तावित विलय

  1. पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया मिलकर देश का दूसरा सबसे बड़ा ऋणदाता बनेंगे।
  2. केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय होगा
  3. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के साथ सम्‍मिलित होगा।
  4. इंडियन बैंक का इलाहाबाद बैंक में विलय होगा।

नए बैंकों का आकार

  • ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक के पंजाब नेशनल बैंक में विलय से  95 लाख करोड़ का कारोबार और 11,437 शाखाएं होंगी।
  • केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक के विलय से  20 लाख करोड़ का कारोबार और 10,324 शाखा नेटवर्क वाला चौथा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन जाएगा।
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के विलय से भारत का पांचवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक 59 लाख करोड़ का कारोबार और 9,609 शाखाओं के साथ होगा।
  • इंडियन बैंक के साथ इलाहाबाद बैंक के विलय से 08 लाख करोड़ के कारोबार वाला सातवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन जाएगा।

बैंक जो स्वतंत्र रहेंगे
इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब और सिंध बैंक जैसे क्षेत्रीय क्षेत्रीय फोकस वाले बैंक अलग-अलग संस्थाओं के रूप में जारी रहेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भी अलग-अलग काम करते रहेंगे।

प्रस्तावित विलय के बाद भारत में 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक होंगे, जिनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा (देना बैंक और पिछले साल बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विजया बैंक) शामिल हैं।

Originally written on September 17, 2019 and last modified on September 17, 2019.

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