सस्टेनेबल ट्रेड इंडेक्स 2025: वैश्विक व्यापार में असंतुलन की ओर बढ़ते कदम, भारत को मिला 23वां स्थान

सस्टेनेबल ट्रेड इंडेक्स 2025: वैश्विक व्यापार में असंतुलन की ओर बढ़ते कदम, भारत को मिला 23वां स्थान

वैश्विक व्यापार प्रणाली 2025 के मध्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ी है। जहां 2022 से 2024 के बीच ‘लचीलापन’ (Resilience) को प्रमुख रणनीति माना गया था, वहीं अब ‘आर्थिक एकतरफावाद’ (Economic Unilateralism) का दौर शुरू हो चुका है। इस बदलाव का कारण लंबे समय से जुड़े व्यापारिक साझेदारों के बीच बढ़ते टैरिफ और संरक्षणवादी नीतियाँ हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में जारी हुए हिनरिच-IMD सस्टेनेबल ट्रेड इंडेक्स 2025 में यूनाइटेड किंगडम ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर न्यूज़ीलैंड को पीछे छोड़ा है, जो पिछले तीन वर्षों से पहले स्थान पर बना हुआ था। वहीं भारत को इस सूचकांक में 23वां स्थान मिला है, जो वैश्विक व्यापार में स्थायित्व के लिहाज़ से भारत की स्थिति को दर्शाता है।

भारत का प्रदर्शन: तीन स्तंभों पर आधारित मूल्यांकन

1. आर्थिक स्तंभ (Economic Pillar):

  • स्कोर: 60.0 / 100
  • रैंक: 18वां (पिछले वर्ष से दो स्थान नीचे)
  • यह प्रदर्शन भारत की आर्थिक क्षमताओं, निर्यात-आयात संतुलन और व्यापारिक अवसरों की ताकत को दर्शाता है।

2. सामाजिक स्तंभ (Societal Pillar):

  • स्कोर: 23.4 / 100
  • रैंक: 27वां (एक स्थान की मामूली बढ़त)
  • यह शिक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और श्रमिक अधिकारों जैसे सामाजिक मापदंडों पर भारत की स्थिति को दर्शाता है।

3. पर्यावरणीय स्तंभ (Environmental Pillar):

  • स्कोर: 37.4 / 100
  • रैंक: 28वां (कोई बदलाव नहीं)
  • यह संकेत देता है कि भारत को अभी भी पर्यावरणीय प्रबंधन, प्रदूषण नियंत्रण और स्थायित्व में काफी सुधार की आवश्यकता है।

शीर्ष 10 देशों की स्थिति

  • 1. यूनाइटेड किंगडम
  • 2. न्यूज़ीलैंड
  • 3. ऑस्ट्रेलिया
  • 4. सिंगापुर
  • 5-8. दक्षिण कोरिया, हांगकांग (SAR) ने उन्नति की; जापान दो स्थान फिसला
  • 9. संयुक्त राज्य अमेरिका: प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भरता में गिरावट और प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन में सुधार के बावजूद

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • Hinrich-IMD Sustainable Trade Index हर दो वर्षों में जारी किया जाता है और वैश्विक व्यापार की स्थायित्व, समावेशिता और पर्यावरणीय प्रतिबद्धता को मापता है।
  • 30 प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का इस सूचकांक में मूल्यांकन किया गया।
  • भारत को कुल 33.2 अंक (100 में से) प्राप्त हुए, जो वैश्विक औसत से काफी नीचे है।
  • यह सूचकांक IMD (International Institute for Management Development) और Hinrich Foundation द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया है।
Originally written on October 20, 2025 and last modified on October 20, 2025.

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