सरकार ने ऑटोमोबाइल, ऑटो-घटकों और ड्रोन उद्योगों के लिए PLI योजना को मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ऑटो, ऑटो-कंपोनेंट्स और ड्रोन उद्योगों के लिए 15 सितंबर, 2021 को 26,058 करोड़ की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना को मंज़ूरी दी।
मुख्य बिंदु
- यह PLI योजना भारत में उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकियों की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करेगी।
- इसके तहत उद्योग को 5 साल की अवधि में 26,058 करोड़ रुपये मुहैया कराए जाएंगे।
- यह उम्मीद की जा रही है कि 5 साल की अवधि में ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए पीएलआई योजना के परिणामस्वरूप 42,500 करोड़ रुपये से अधिक का नया निवेश होगा।
- यह PLI योजना 7.5 लाख से अधिक नौकरियों के अतिरिक्त रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।
- ऑटो सेक्टर के लिए यह योजना मौजूदा ऑटोमोटिव कंपनियों और नए निवेशकों के लिए खुली है।
योजना का महत्व
- ऑटो सेक्टर के लिए यह योजना भारत में उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों के निर्माण के लिए उद्योग से संबंधित लागत अक्षमताओं पर काबू पाने में मदद करेगी।
- प्रोत्साहन संरचना उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों की स्वदेशी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिए नए निवेश करने में उद्योग को भी प्रोत्साहित करेगी।
योजना के घटक
इस योजना में दो घटक शामिल हैं :
- Champion OEM Incentive Scheme : यह एक ‘बिक्री मूल्य से जुड़ी’ योजना है। यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ सभी सेगमेंट के हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहनों पर लागू होता है।
- Component Champion Incentive Scheme : यह एक ‘सेल्स वैल्यू लिंक्ड’ स्कीम है, जो वाहनों के एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी कंपोनेंट्स, टू-व्हीलर्स, थ्री-व्हीलर्स, कमर्शियल व्हीकल्स, पैसेंजर व्हीकल्स और ट्रैक्टर्स के व्हीकल एग्रीगेट्स पर लागू होती है।
Originally written on
September 16, 2021
and last modified on
September 16, 2021.