सभा­सार: एआई आधारित डिजिटल समाधान से ग्राम पंचायतों की कार्यक्षमता में वृद्धि

सभा­सार: एआई आधारित डिजिटल समाधान से ग्राम पंचायतों की कार्यक्षमता में वृद्धि

पंचायती राज मंत्रालय ने ग्रामीण स्तर पर शासन की पारदर्शिता और कार्यकुशलता को सुदृढ़ करने के लिए सभा­सार नामक एक नवीन एआई-सक्षम वॉइस-टू-टेक्स्ट सारांश टूल लॉन्च किया है। 14 अगस्त 2025 को शुरू की गई यह पहल देशभर में ग्राम सभा और पंचायत बैठकों के डिजिटल रूप से संक्षेपण की दिशा में एक अहम कदम है। सभा­सार न केवल प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाता है, बल्कि स्थानीय स्तर पर सुशासन को भी बढ़ावा देता है।

सभा­सार की विशेषताएं और तकनीकी ढांचा

सभा­सार एक उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्लेटफॉर्म है, जो पंचायत बैठकों के दौरान बोले गए बयानों को टेक्स्ट में बदलकर उनका संक्षिप्त सारांश तैयार करता है। इसका संचालन इंडिया एआई मिशन के अंतर्गत इंडिया एआई कंप्यूट पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। मंच पर किया गया समस्त डेटा प्रसंस्करण पूरी तरह से सरकारी ढांचे में होता है और किसी बाहरी एजेंसी के साथ जानकारी साझा नहीं की जाती। यह प्रणाली ग्राम पंचायतों को डिजिटल दक्षता प्रदान करते हुए निर्णयों के अभिलेख को सुरक्षित और सुलभ बनाती है।

तेजी से बढ़ता उपयोग और प्रशिक्षण पहल

सभा­सार की शुरुआत के साथ ही इसके उपयोग में अभूतपूर्व तेजी देखी गई है। पायलट चरण में त्रिपुरा की 1,194 ग्राम पंचायतों में से 1,047 पंचायतों (87%) ने 15 अगस्त 2025 को विशेष ग्राम सभा के दौरान इसे अपनाया। इस दिन पूरे देश में 12,667 पंचायतों ने सभा­सार का उपयोग किया, जो 2 अक्टूबर 2025 को आयोजित ग्राम सभाओं में बढ़कर 77,198 हो गया। 3 दिसंबर 2025 तक 92,376 ग्राम पंचायतों इस डिजिटल टूल को अपना चुकी हैं।

इस सफलता के पीछे पंचायत प्रतिनिधियों के लिए आयोजित भौतिक और ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र, मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का वितरण, और राज्यों द्वारा चलाए गए स्थानीय जागरूकता अभियान शामिल हैं। मंत्रालय ने यह सुनिश्चित किया कि तकनीकी जानकारी और आवश्यक सहायता पंचायत स्तर तक समय पर पहुंचे।

डेटा सुरक्षा और नियामक अनुपालन

सभा­सार से जुड़ा समस्त डेटा डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण नियम, 2025 के तहत सुरक्षित रखा जाता है। ये नियम 13 नवंबर 2025 को भारत सरकार की ओर से अधिसूचित किए गए थे। पंचायत राज मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह टूल सभी कानूनी व नियामक दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्य करता है, जिससे उपयोगकर्ता डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • सभा­सार की शुरुआत 14 अगस्त 2025 को पंचायती राज मंत्रालय द्वारा की गई थी।
  • यह एक एआई-सक्षम वॉइस-टू-टेक्स्ट प्लेटफॉर्म है, जो पंचायत बैठकों का सारांश तैयार करता है।
  • अब तक देश की 92,376 ग्राम पंचायतें इस टूल का उपयोग कर चुकी हैं।
  • इसका संचालन इंडिया एआई मिशन के तहत किया जाता है, जो MeitY द्वारा संचालित है।

सभा­सार ने ग्राम पंचायतों के लिए एक नई डिजिटल क्रांति की शुरुआत की है, जो स्थानीय प्रशासन को अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और तकनीकी रूप से सक्षम बनाता है। यह पहल ग्रामीण भारत को डिजिटल युग में सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभर रही है।

Originally written on December 18, 2025 and last modified on December 18, 2025.

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