श्रीलंका में “वन हेल्थ” दृष्टिकोण से एएमआर पर नियंत्रण की पहल
श्रीलंका ने एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (AMR) यानी रोगाणुरोधी प्रतिरोध की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए “वन हेल्थ” दृष्टिकोण को जमीन पर लागू करना शुरू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य मनुष्य, पशु, कृषि और पर्यावरण के आपसी संबंधों को जोड़ते हुए जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना और उनके दुरुपयोग को रोकना है।
नीति और शासन व्यवस्था की नींव
श्रीलंका ने 2017 से 2022 तक लागू अपने पहले राष्ट्रीय रणनीतिक योजना के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन एक “राष्ट्रीय फोकल पॉइंट” की स्थापना की थी। अब 2023–2028 की दूसरी राष्ट्रीय कार्ययोजना और उसके 2023–2025 संचालनात्मक योजना के माध्यम से निगरानी, प्रयोगशाला क्षमता, संक्रमण नियंत्रण, अनुसंधान और पर्यावरणीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन, मत्स्य और पर्यावरण मंत्रालयों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थान, पेशेवर निकाय और अंतरराष्ट्रीय साझेदार मिलकर इस नीति को एकीकृत दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं।
निगरानी और डायग्नोस्टिक क्षमता का विस्तार
देश में “नेशनल एएमआर सर्विलांस नेटवर्क” को मानव और पशु स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में विस्तार दिया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), एफएओ (FAO) और फ्लेमिंग फंड के सहयोग से सूक्ष्मजीव पहचान और दवा-संवेदनशीलता परीक्षण को सुदृढ़ किया गया है। इन आंकड़ों का उपयोग अस्पतालों में बेहतर दवा उपयोग के लिए और राष्ट्रीय नीति निर्माण में किया जा रहा है।डायग्नोस्टिक स्ट्यूवर्डशिप और संक्रमण रोकथाम कार्यक्रमों के माध्यम से अनावश्यक एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को घटाने पर जोर दिया जा रहा है।
जन-जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन
श्रीलंका सरकार यह मानती है कि एएमआर पर नियंत्रण के लिए केवल नीतियां नहीं, बल्कि जन-व्यवहार में परिवर्तन भी आवश्यक है। विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह (WAAW) 2025 के दौरान “क्लीन श्रीलंका” अभियान के तहत “Act Now: Protect Our Present, Secure Our Future” और “Antimicrobials: Handle with Care” जैसे संदेशों को प्रमुखता दी जा रही है।इस अभियान में डॉक्टरों, पशु चिकित्सकों, किसानों, फार्मासिस्टों, विद्यालयों और आम जनता को शामिल किया गया है। स्वास्थ्य अधिकारी, निरीक्षक और मिडवाइव्स समुदाय स्तर पर टीकाकरण, स्वच्छता, जैव-सुरक्षा और सुरक्षित खाद्य प्रबंधन के संदेश फैला रहे हैं ताकि संक्रमण और दवा की मांग दोनों घटें।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- श्रीलंका की एएमआर योजनाएँ: पहली (2017–2022) और दूसरी (2023–2028) कार्ययोजना, जिसके साथ 2023–2025 संचालनात्मक योजना भी है।
- निगरानी डेटा वैश्विक प्लेटफॉर्म GLASS और InFARM को भेजा जाता है।
- WAAW 2025 का थीम: “Act Now: Protect Our Present, Secure Our Future।”
- “वन हेल्थ” दृष्टिकोण में स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन, मत्स्य और पर्यावरण मंत्रालयों की संयुक्त भूमिका है।
भविष्य की दिशा
आने वाले वर्षों में श्रीलंका का लक्ष्य है कि एएमआर नियंत्रण के लिए वित्तीय स्थिरता, हर स्तर पर दवा प्रबंधन की संस्थागत व्यवस्था, दवा आयात और वितरण पर सख्त नियंत्रण और उद्योग से निरंतर सहयोग सुनिश्चित किया जाए।विश्व स्वास्थ्य संगठन, एफएओ, विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) और फ्लेमिंग फंड के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग श्रीलंका को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाए रखने के साथ-साथ स्थानीय चुनौतियों का समाधान करने में भी मदद करेगा।