शेख मुजीब-उर-रहमान कौन थे?

शेख मुजीब-उर-रहमान बांग्लादेश के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति थे| इनको 15 अगस्त 1975 को सेना के कुछ बागी अफसरों ने 15 अगस्त की सुबह राष्ट्रपति आवास में घुसकर शेख मुजीब को गोली मार दी थी। ये हमलावर अपने साथ टैंक भी लेकर गए थे। हमलावरों ने पहले मुजीब के तीन बेटों को मारा। फिर मुजीब और उनकी पत्नी की हत्या की। इस हमले में कुल 20 लोग मारे गए थे। हमले में मुजीब परिवार का कोई पुरुष सदस्य नहीं बचा था।इनकी दो बेटियां घटना के समय जर्मनी में थीं, इसलिए वह बच गईं थीं। इनमें एक शेख हसीना और दूसरी शेख रेहाना थीं। शेख हसीना पिता की हत्या के बाद हिंदुस्तान में रहने लगी थीं। इन्होनें यहीं से बांग्लादेश के नए शासकों के खिलाफ अभियान चलाया था। हाल ही में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत आई थीं। उनकी यात्रा से पहले दिल्ली की पार्क स्ट्रीट का नाम बदलकर शेख मुजीब मार्ग कर दिया गया था।

Originally written on April 28, 2018 and last modified on April 28, 2018.

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